उदयपुर. जिले में उदयपुर-अहमदाबाद रेलवे ट्रैक ब्लास्ट प्रकरण (Udaipur Ahmedabad railway track blast update) में एसओजी ने मुख्य आरोपियों को विस्फोटक बेचने वाले बिहारीलाल और अंकुश सुहालका को गिरफ्तार कर शनिवार को न्यायालय में पेश किया. यहां पर एटीएस की टीम ने न्यायालय से दोनों के लिए पांच दिन की रिमांड मांगी लेकिन न्यायालय ने चार दिन का रिमांड मजंर किया. अब 23 तारीख को अगली पेशी होगी. वहीं आरोपी अंकुश के पिता की निशानदेही पर एटीएस ने उसके घर से बड़ी मात्रा में छिपा कर रखे गए विस्फोटक को भी जब्त किया गया है.
ओढ़ा रेलवे ट्रैक पर हुए धमाके के बाद जांच के लिए प्रदेश और केन्द्र से कई एजेंसिया यहां पर पहुंचीं. इसी बीच एटीएस और स्थानीय पुलिस ने धमाका करने वाले तीन आरोपियों को पकड़ लिया है. इसके बाद एटीएस की टीम ने इन आरोपियों को विस्फोटक सामग्री बेचने वाले अभियुक्त बिहारी लाल और उसके पुत्र अंकुश सुहालका को गिरफ्तार किया. अब न्यायालय ने दोनों को चार दिन के रिमांड पर भेज दिया है. एटीएस की टीम इनसे पूछताछ करेगी और यह पता चलाने की कोशिश करेगी कि इन्होंने विस्फोटक सामग्री कहां से खरीदी और इसका कहां पर उपयोग करने वाले थे. चार दिनों तक गहनता से पूछताछ के बाद एक बार फिर न्यायालय में पेश किया जाएगा.
पढ़ें. मुआवजा नहीं मिलने पर उड़ाया उदयपुर रेलवे ट्रैक, 2 गिरफ्तार, 1 नाबालिग निरुद्ध...एक हिरासत में
मुख्य आरोपी रिमांड पर
रेलवे ट्रैक उड़ाने के मामले में दो आरोपियों को एटीएस के अधिकारी उदयपुर जिला और सेशन न्यायालय लेकर पहुंचे जहां आरोपियों की पेशी हुई. इस दौरान एटीएस के अधिकारियों ने आरोपियों की 7 दिन की रिमांड मांगी, लेकिन कोर्ट से केवल 5 दिन की ही रिमांड मिली. इस दौरान एटीएस के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनंत कुमार के साथ कई अधिकारी मौजूद रहे. हालांकि इस दौरान मुख्य आरोपी के चेहरे पर कोई शिकन नहीं थी और वो कोर्ट परिसर में मुस्कुराता नजर आया. इधर, मामले में नाबालिग आरोपी को कड़ी सुरक्षा के बीच कोर्ट में पेश किया गया.
पूरा मामला...
उदयपुर-अहमदाबाद रेलवे लाइन पर बने पुल पर बीते शनिवार की रात को आरोपियों ने ब्लास्ट की घटना को अंजाम दिया था. इससे पटरियों पर क्रैक आ गया था. घटना के बाद मामले की जांच में जुटी टीम को मौके से बारूद भी मिला था. आरोपियों की साजिश पुल को उड़ाने और रेलवे ट्रैक को बर्बाद करने की थी. धमाके से चार घंटे पहले ही इस ट्रैक से ट्रेन गुजरी थी. 31 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस लाइन का लोकार्पण किया था. मामले की ATS, NIA और रेल पुलिस जांच कर रही है.
निशानदेही पर घर में छुपाया था विस्फोटक बरामद
एटीएस एडीजी अशोक राठौड़ ने बताया कि अनुसंधान के दौरान आरोपी अंकुश सुहालका की सूचना पर उसके अंबामाता घाटी तीतरडी उदयपुर स्थित मकान से रेलवे ट्रैक पर ब्लास्ट करने वाले आरोपी धूलचंद मीणा को विस्फोटक देने के स्थान की तस्दीक़ की गई. इसके पश्चात उसके पिता बिहारीलाल की निशानदेही पर उसी मकान से भारी मात्रा में छिपाए गए विस्फोटक को ज़ब्त किया गया है.
आरोपी बिहारीलाल की सूचना पर उसके मकान में दो रोशनदानों में बने आलों में छिपा कर रखे गए कुल 64 डेटोनेटर, 17 कार्ट्रिज (गुल्ले/छड़ें), 22 बण्डल फ़्यूज़ वायर (प्रत्येक में लगभग 7 मीटर वायर) और 1 बण्डल कोर्टेक्स वायर (लगभग 100 मीटर) एटीएस की ओर से जब्त किया गया है.
रेलवे ट्रैक उड़ाने में यही विस्फोटक लिया गया काम
एडीजी एटीएम अशोक राठौड़ ने बताया कि आरोपी पिता-पुत्र के घर से बरामद किया गया विस्फोटक प्रथम दृष्टया घटनास्थल पर मिले विस्फोटकों के अवशेषों के समान ही पाया गया है. मौक़े से ज़ब्त सामान के सैम्पल जांच के लिए एफएसएल भिजवाए गए हैं, जिसकी परीक्षण रिपोर्ट आने पर स्थिति स्पष्ट हो सकेगी. आरोपी बिहारीलाल से की गई पूछताछ में यह बात उजागर हुई है कि उसकी ओर से लम्बे समय से अवैध विस्फोटकों का विक्रय स्थानीय व्यक्तियों को किया जा रहा है. इसके चलते रेलवे ट्रैक पर ब्लास्ट करने वाला आरोपी धूलचंद भी बड़ी आसानी से बिहारीलाल सुहालका के पुत्र अंकुश सुहालका से विस्फोट में काम में लिए गए डेटोनेटर, गुल्ले और फ्यूज वायर लेकर गया था.