उदयपुर. कोरोना से जंग जारी है. तीसरी लहर का प्रकोप (third wave of Corona) बच्चों पर होगा. ऐसे में राजस्थान सरकार ने तीसरी लहर से निपटने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं. इसी के तहत उदयपुर का स्वास्थ्य महकमा भी कोरोना से लड़ने के लिए तैयारियों में जुट गया है.
उदयपुर अंचल के सबसे बड़े महाराणा भूपाल चिकित्सालय के बाल चिकित्सालय में व्यापक स्तर पर तैयारियां की जा रही है. फिलहाल, इस अस्पताल में 250 बेड हैं. वहीं 70 वेंटिलेंटर उपलब्ध हैं. चिकित्सालय प्रबंधन संभावित तीसरी लहर के लिहाज से करीब 500 डेडिकेटेड बेड सिर्फ बच्चों के लिहाज से तैयार कर रहा हैं. जिससे तीसरी लहर में बच्चों को बेहतर इलाज मिल सके.
वार्ड में की गई रंग-बिरंगी पेंटिग
आरएनटी मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल लाखन पोसवाल ने बताया कि महाराणा भूपाल चिकित्सालय से संबध बाल चिकित्सालय में तैयारियों को युद्धस्तर पर किया जा रहा है. बाल चिकित्सालय में बच्चों को बीमारी के डर से मुक्त रखा जाए. इसके लिए कोरोना वार्डों में छोटा भीम और रंग-बिरंगे पक्षियों की पेटिंग लगाई गई है. इसके अलावा अस्पताल में 250 बेड्स के अलावा 7.50 करोड़ की लागत से 80 बेड का एक डेडिकेटेड कोरोना वार्ड, 50 बेड के आईसीयू और 20 बेड के एनआईसीयू तैयार किये जा रहे हैं.
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राज्य सरकार (Rajasthan Government) से मिले निर्देशों के तहत अस्पताल में 300 बेड्स तैयार किए जाने हैं. जिनमें 150 ऑक्सीजन बेड्स, 100 आईसीयू बेड और 50 एनआईसीयू बेड (Neonatal Intensive Care Unit) होगें. ऐसे में इस स्थिति को नियंत्रण करने में चिकित्सा विभाग के आला अधिकारी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने में जुटे हुए हैं. साथ ही मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल ने लोगों से भी अपील की कि अनावश्यक रूप से बाहर ना घूमे, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें और मास्क पहनकर घर से बाहर निकले.