उदयपुर. आरपीएससी पेपर लीक मामले का मास्टरमाइंड भूपेंद्र सारण पुलिस रिमांड पर चल रहा है. पेपर लीक को लेकर पुलिस आरोपी भूपेंद्र सारण से गहन पूछताछ करने में जुटी हुई है. 27 फरवरी को रिमांड अवधि पूरी होने पर उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा. फिलहाल पुलिस भूपेंद्र सारण को पेपर उपलब्ध कराने वाले शेर सिंह मीणा की तलाश कर रही है. इसके लिए पुलिस ने अलग-अलग 10 टीमें बनाई हैं.
सरकारी शिक्षक को ढूंढने के लिए पुलिस चला रही सर्च ऑपरेशन: पुलिस इस मामले में सरकारी शिक्षक शेर सिंह और सुरेश ढाका की तलाश में जुटी हुई है. आरोपी शेर सिंह आबू रोड में अध्यापक के पद पर कार्यरत बताया जा रहा है. वह मूलत: चौमू का रहने वाला है. पुलिस की टीमें पिंडवाड़ा, चौमू और आस-पास के क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन चला रही है.
40 लाख रुपए में पेपर बेचने की बात आई थी सामने : वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामला एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ था. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, इस मामले में मास्टर माइंड को पेपर उपलब्ध कराने वाला एक सरकारी टीचर है. जिसे ढूंढने के लिए राजस्थान पुलिस ने 10 अलग-अलग टीमें गठित की है. इस बात का खुलासा तब हुआ जब आरोपी भूपेंद्र सारण को कोर्ट में पेश किया गया. पुलिस रिमांड नोट में इस बात का जिक्र किया गया है. सरकारी शिक्षक शेर सिंह मीणा ने भूपेंद्र सारण को 40 लाख रुपए में पेपर भेजा था. इसके बाद सारण ने सुरेंद्र ढाका को और फिर उसने सुरेश बिश्नोई को पेपर उपलब्ध करवाया था. सुरेश बिश्नोई ने अभ्यर्थियों से पांच-पांच लाख रुपए में पेपर का सौदा तय किया था.
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पुलिस ने गुरुवार को भूपेंद्र सारण को बेंगलुरु से दबोचा: आरपीएससी पेपर लीक मास्टरमाइंड भूपेंद्र सारण को एसओजी और राजस्थान पुलिस ने जाल बिछाकर बेंगलुरु एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया था. इस मास्टरमाइंड का सबसे पहले सुराग जोधपुर पुलिस को लगा था. जिसके बाद जोधपुर पुलिस ने एसओजी और राजस्थान पुलिस के अधिकारियों को इनपुट दिया.
जानकारी के अनुसार भूपेंद्र सारण जोधपुर में पुलिस से बचने के लिए यज्ञ करवाना चाहता था. इसके लिए उसने जोधपुर से देसी घी और हवन सामग्री ट्रेन के माध्यम से मंगवाई थी, लेकिन इस बात की सूचना पुलिस को लग गई. पुलिस ने जैसे ही ट्रेन में देसी घी और हवन सामग्री रखने आए व्यक्ति को गिरफ्तार किया तो उसने पूरा राज उगल दिया. इसके बाद उस व्यक्ति ने बताया कि भूपेंद्र सारण फ्लाइट से बेंगलुरु आ रहा है. फ्लाइट से उतरते ही एसओजी और राजस्थान के पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया और उदयपुर लाया गया.
क्या है पूरा मामला जानिए : दरअसल, 24 दिसंबर 2022 को चलती बस में पेपर लीक का मामला सामने आया था. उदयपुर के बेकरिया थाना क्षेत्र में एक बस पकड़ी गई थी, जिसमें राजस्थान सेकंड ग्रेड शिक्षक भर्ती एग्जाम के करीब 46 अभ्यर्थी बैठे थे. इस बस में कुछ अभ्यर्थियों के पास भर्ती परीक्षा के प्रश्न पत्र मिले थे. अभ्यर्थियों के पास से मिले जनरल नॉलेज (जीके) पेपर का भर्ती परीक्षा के पर्चे से मिलान कराया गया. दोनों में काफी समानता पाई गई. आरपीएससी ने इस घटना की सूचना के बाद एग्जाम को रद्द कर दिया गया था. वहीं, इस घटना में पुलिस ने करीब 57 लोगों को गिरफ्तार किया था.