उदयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच जारी सियासी घमासान पर कांग्रेस लगाम लगाने में कितनी सफल हो पाई, ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा. लेकिन दोनों को एक जाजम पर बैठाकर फिर से हम साथ साथ हैं वाली तस्वीर सुर्खियां बटोर रही है. इसी बीच कांग्रेस पार्टी के सह प्रभारी अपने-अपने जिलों के दौरे में लग गए हैं. मेवाड़ में सह प्रभारी की जिम्मेदारी वीरेंद्र सिंह राठौड़ को दी गई है, जो मंगलवार को दो दिवसीय दौरे पर उदयपुर पहुंचे. यहां वो कांग्रेस के पूर्व निर्धारित विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लिए. साथ ही पार्टी के स्थानीय नेता व कार्यकर्ताओं संग बैठक कर उनसे फीडबैक भी लिया. वहीं, उदयपुर सर्किट हाउस में ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए उन्होंने वर्तमान मुद्दों पर खुलकर अपनी प्रतिक्रिया दी.
क्या पायलट और गहलोत को एक करने में सफल हो गया आलाकमान - वीरेंद्र सिंह ने कहा कि राजस्थान कांग्रेस में सचिन पायलट और अशोक गहलोत दोनों नेता हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पास संगठन और सरकार चलाने का अनुभव है तो वहीं दूसरी ओर सचिन पायलट भी राजस्थान में ऊर्जावान राजनेता हैं. पायलट को युवा अपना प्रेरणा मानते हैं. ऐसे में अनुभव और ऊर्जा दोनों को साथ लेकर कांग्रेस पार्टी आगे बढ़ने का काम करेगी. अब राजस्थान में दोनों नेता एक साथ मिलकर काम करेंगे. राठौड़ ने कहा कि सीएम गहलोत और पायलट को लेकर दिल्ली में हुई बैठक के बाद कार्यकर्ताओं में खासा जोश है. साथ ही बैठक के सकारात्मक नतीजे निकले हैं. ऐसे में उम्मीद है कि दोनों नेताओं की लीडरशिप में हम आगामी विधानसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन कर सरकार बनाएंगे.
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महाराणा प्रताप की राह पर कांग्रेस - राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस चुनावी मोड में है. लगातार अलग-अलग जिलों को लेकर समीक्षाएं चल रही हैं. खासकर मेवाड़ की बात करें तो मेवाड़ महाराणा प्रताप की धरती है, जहां एक से बढ़कर एक शूरवीर योद्धा रहे हैं. साथ ही राठौड़ ने महाराणा प्रताप को देश का सबसे बड़ा सेक्यूलर लीडर बताया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस महाराणा प्रताप की सेक्यूलर नीतियों पर चलके बेहतर नतीजे आएगी.
जानें राजस्थान में किसके नेतृत्व में चुनाव लड़ेगी कांग्रेस - राजस्थान कांग्रेस के सह प्रभारी वीरेंद्र सिंह राठौड़ से जब पूछा गया कि पार्टी किसके नेतृत्व में चुनाव लड़ेगी तो उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी राजस्थान में राहुल गांधी, अशोक गहलोत और सचिन पायलट के चेहरे पर चुनाव लड़ेगी. साथ ही राठौड़ ने कहा कि भाजपा तो कर्नाटक में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे पर ही चुनाव लड़ी थी, लेकिन वहां की जनता ने इन्हें स्वीकार नहीं किया. उन्होंने कहा कि अब देश व प्रदेश की जनता भी भाजपा की सियासी रणनीति को भलीभांति समझ चुकी है. लोगों को पता चल गया है कि ये लोग केवल व केवल जुमले और वादों करते हैं, जिसका कोई वास्तविक धरातल नहीं होता है.
बीटीपी को बताया भाजपा की B टीम - इस दौरान कांग्रेस के सह प्रभारी ने दक्षिणी राजस्थान के आदिवासी इलाकों में बढ़ते बीटीपी (भारतीय ट्राइबल पार्टी) के प्रभाव को लेकर एक बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि बीटीपी भाजपा की बी टीम है. बीटीपी से जो नुकसान कांग्रेस को होता है, उसका सीधा फायदा भाजपा को मिलता है. राठौड़ ने कहा कि मेवाड़ के आदिवासी भाइयों से यही अपील है कि वो भाजपा की नीतियों को समझें और कांग्रेस के विकास पर विश्वास करें. इतना ही नहीं आगे उन्होंने बीटीपी को प्रोपेगेंडा पार्टी करार दिया.
राहुल गांधी की यात्रा की तारीफ - वीरेंद्र सिंह ने कहा कि राहुल गांधी कर्नाटक में जहां-जहां गए, वहां-वहां पार्टी को जीत मिली. ऐसे में राहुल गांधी की यात्रा राजस्थान से भी होकर गुजरी है, जिसे जनता ने भरपूर समर्थन भी दिया था. ऐसे में यहां भी कार्यकर्ताओं में काफी उत्साह है. साथ ही हमारी सरकार की योजनाओं से जनता काफी खुश है.