उदयपुर. भाजपा के कद्दावर नेता और नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया को असम का राज्यपाल बनाया गया है. उन्हें राज्यपाल बनाए जाने के बाद से ही मेवाड़ की सियासत भी अब करवट बदलती हुई नजर आ रही है. उदयपुर शहर विधानसभा की सीट पर दावेदारी को लेकर कई प्रत्याशियों के नाम चर्चा में है. अब इनमें तेज गति से पूर्व राजपरिवार के सदस्य लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ का नाम सुर्खियां बटोर रहा है. क्योंकि विगत लंबे समय से लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ भाजपा के कई कद्दावर नेताओं से मुलाकात कर चुके हैं.
शेखावत पहुंचे सिटी पैलेस: लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ भी भाजपा के संभावित उम्मीदवारों की सूची में माने जा रहे हैं. लेकिन इस बीच नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया के असम के राज्यपाल की शपथ लेने से पहले ही सियासी सरगर्मियां परवान चढ़ गई हैं. क्योंकि केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत अचानक उदयपुर के सिटी पैलेस पहुंचे और पूर्व राजपरिवार के सदस्य लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ से मुलाकात की. इस दौरान लक्षराज सिंह ने उन को गुलदस्ता भेंट कर स्वागत किया. जानकारी में सामने आया कि दोनों के बीच किसी विषय को लेकर औपचारिक चर्चा भी हुई है. लेकिन अचानक लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ से पूर्व केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह की मुलाकात को लेकर सियासी पंडित कई कयास लगाने में जुट गए हैं.
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केंद्रीय मंत्री शेखावत और लक्ष्यराज सिंह के बीच करीब एक घंटे तक वार्ता हुई. इससे पहले भी भाजपा के कई कद्दावर नेता उदयपुर के सिटी पैलेस पहुंच चुके हैं. ऐसे में अचानक इस सियासी मुलाकात से राजनीति का पारा भी चढ़ने लगा है. इसे पहले भी भाजपा-संघ की लक्ष्यराज सिंह से लगातार बढ़ती नजदीकियां चर्चा में हैं. पिछले महीनों में लक्ष्यराज सिंह की उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मध्यप्रदेश के गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्र, राजस्थान भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया, केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल, केंद्रीय मंत्री डॉ संजीव बालियान और केंद्रीय कानून एवं न्याय राज्य मंत्री एसपी सिंह बघेल से मुलाकात हो चुकी है.
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हालांकि लक्ष्यराज सिंह अभी-भी इन सभी मुलाकातों को शिष्टाचार भेंट बता रहे हैं. लेकिन राजनीति के सियासी जानकार इन मुलाकातों के कई मायने निकालने में जुटे हुए हैं. क्योंकि 2003 के विधानसभा चुनाव के बाद से लगातार उदयपुर शहर विधानसभा सीट से नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया नेतृत्व करते आ रहे हैं. ऐसे में अचानक इस सीट के खाली होने से पूर्व राजपरिवार सदस्य उम्मीद लगाए हुए हैं.