उदयपुर. आरपीएससी पेपर लीक मामले के मास्टरमाइंड भूपेंद्र सारण पुलिस रिमांड पर चल रहा है. पुलिस के आला अधिकारी पेपर लीक मामले के इस मास्टरमाइंड से गहन पूछताछ करने में जुटे हैं. वहीं भूपेंद्र की निशानदेही पर गिरफ्तार हुआ उसका सहयोगी राजीव उपाध्याय भी पुलिस रिमांड पर चल रहा है. इस मामले में पुलिस ने एक पटवारी को गिरफ्तार किया है. उससे भी पुलिस पूछताछ करने में जुटी हुई है.
अन्य आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस की दबिश जारी: पेपर लीक मास्टरमाइंड भूपेंद्र सारण 27 फरवरी से पुलिस रिमांड पर चल रहा है. जिससे उदयपुर पुलिस रेंज के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एडीजी दिनेश अहमद ने भी पूछताछ की थी. फिलहाल पुलिस को पूछताछ में आरोपी भूपेंद्र गुमराह करता हुआ नजर आ रहा है. इस मामले के मुख्य सरगना तेज सिंह मीणा को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस अलग-अलग टीमें बनाकर तलाश कर रही है. लेकिन अभी तक पुलिस को तेज सिंह मीणा का कोई सुराग नहीं लगा है. पुलिस की 10 टीमें राजस्थान के अलग-अलग इलाकों के साथ चौमूं और जयपुर में भी दबिश दे रही है.
सरकारी पटवारी उगल रहा पेपर लीक की कहानी: पेपर लीक मामले के मास्टरमाइंड भूपेंद्र सारण से पूछताछ के बाद पुलिस को धीरे-धीरे अब एक-एक सुराग मिलते जा रहे हैं. पुलिस ने इस मामले में एक पटवारी को भी गिरफ्तार किया है. जिससे पुलिस पूछताछ करने में जुटी हुई है. जानकारी में सामने आया कि आरोपी पटवारी के खिलाफ पूर्व में 4 मामले दर्ज बताए जा रहे हैं. इस मामले में पुलिस ने गमाराम खिलेरी निवासी जालौर को गिरफ्तार किया है. पुलिस के अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं. प्राथमिक जानकारी में सामने आया है कि पटवारी ने भूपेंद्र सारण से 8 लाख में पेपर खरीदा था.
गौरतलब है कि भूपेंद्र सारण को राजस्थान पुलिस और एसओजी ने गत 24 फरवरी को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया था. सारण को पकड़ने के लिए पुलिस ने बेंगलुरु में करीब 6 महीने तक कैंप किया था. बेंगलुरु में गिरफ्तार होने से पहले सारण राजस्थान, गुजरात और दिल्ली में फरारी काट रहा था. सारण 24 दिसंबर, 2022 को वरिष्ठ अध्यापक पेपर लीक मामले में भूमिगत हो गया था.