उदयपुर. मकर संक्रांति पर्व के अवसर पर शनिवार को फतेहसागर झील पर उदय काइट क्लब की ओर से पतंगबाजी का आयोजन किया गया. फतेहसागर के महाकाल छोर पर आदित्यार्क महोत्सव का भी आयोजन हुआ. इस दौरान वैदिक मंत्रोच्चार के साथ सूर्य देव को अर्घ्य दिया गया. विधि-विधान से पूजा अर्चना करने के बाद कार्यक्रम शुरू हुआ. एक साथ करीब 300 रंग-बिरंगी पतंगे एक साथ उड़ाई गईं. कार्यक्रम में बड़ी संख्या में शहरवासी शामिल हुए.
आयोजक प्रदीप श्रीमाली ने बताया कि श्री राम भगवा सेना फाउण्डेशन की ओर से हर साल मकर संक्रांति पर इस कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है. शहर के महाकाल मंदिर के गंगा घाट पर भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है. इस दौरान भगवान महाकाल का विशेष पूजन अनुष्ठान कर सुख-शांति की कामना की जाती है. उन्होंने कहा कि सूर्य का उत्तरायण में आना विशेष महत्व रखता है. आज के दिन पिता सूर्य और पुत्र शनि का मिलन होता है. मकर संक्रांति के अवसर पर भगवान सूर्यदेव को अर्घ्य देने से सभी मानसिक परेशानियों से निजात मिलती है. शारीरिक कष्टों का निवारण के साथ सुख-शांति की भी प्राप्ति होती है. ऐसे में यह परंपरा लगातार जारी है, ताकि आने वाली पीढ़ी भी इससे जुड़ सके.
पढ़ें. Famous Kite Flyer Abdul: एक डोर से उड़ाते हैं 1000 पतंगें, तीन पीढ़ियों से चला आ रहा हुनर
पतंगबाजी में संदेश : पतंगबाजी में पतंगों पर यातायात के नियमों की पालना, 2023 होने वाले हॉकी वर्ल्ड क्लब में भारत के जीतने के अलावा पक्षियों के पेड़ों पर आने जाने वाले समय का ध्यान रखते हुए पतंगबाजी नहीं करने का संदेश दिया. पतंगबाजी के दौरान कई पतंग प्रेमी और शहरवासी मौजूद रहे. उन्होंने भी पतंगबाजी कर लुत्फ उठाया. क्लब के सदस्य सोहेल अहमद ने बताया कि हर साल संक्रांति के पर्व पर वह और उनके साथी झील किनारे पतंगबाजी का आयोजन करते हैं. सोहेल अहमद का कहना है कि इस बार 300 रंग बिरंगी पतंगे एक साथ उड़ाई हैं. अगले साल 1000 पतंग उड़ाने का लक्ष्य रखा है.