उदयपुर. राजस्थान में जारी सियासी उठापटक का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है. अब राजस्थान सरकार के आपदा मंत्री गोविंद राम मेघवाल ने मोदी के मंत्री को खुली चुनौती दी है. राजस्थान सरकार में आपदा मंत्री गोविंद मेघवाल गुरुवार को एक दिवसीय दौरे पर उदयपुर पहुंचे थे. इस दौरान सर्किट हाउस में मीडिया से बातचीत करते हुए गोविंद मेघवाल ने एक बड़ा बयान दिया. जिससे प्रदेश की सियासत में एक बार फिर से उबाल आ गया है.
पिछले दिनों जहां बीकानेर में केंद्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल की एक बैठक में पूर्व मंत्री भंवर सिंह भाटी (Govind Meghwal Big statement) ने अचानक घुसकर अपनी बात रखी थी. यह मामला अभी थमा ही नहीं कि गहलोत के आपदा मंत्री गोविंद मेघवाल ने केंद्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल को खुली चुनौती दी है. वहीं, सिलसिलेवार तरीके से गोविंद मेघवाल ने अर्जुन मेघवाल पर जमकर जुबानी कटाक्ष किए.
गोविंद मेघवाल ने कहा कि अर्जुन राम मेघवाल का कोई बहुत पुराना राजनीतिक इतिहास नहीं (Govind Meghwal Open challenge to Modi minister) है. इन्हें मुफ्त में राजनीति मिल गई है. उन्होंने कहा कि जब कोरोना अपने पूरे चरम पर था तब प्रधानमंत्री मोदी के मंत्री अर्जुन मेघवाल भाभी जी के पापड़ का प्रचार कर रहे थे. वे लोगों से कह रहे थे कि भाभी जी का पापड़ खाओ और कोरोना को भगाओ.
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के नेता कोरोना में लोगों को गोबर से नहाने की सलाह (Govind Meghwal on Arjun Ram Meghwal) देते थे. इतना ही नहीं शाम को लोगों को थाली बजाने के साथ देश को भ्रमित करने का काम किया है. ऐसे में भारतीय जनता पार्टी लोगों के इस तरह की हरकतों के कारण उत्तर प्रदेश में बड़ी संख्या में कोरोना से लोगों की मौत हुई. हजारों की संख्या में लोगों की लाशें उत्तर प्रदेश में गंगा में तैर रही थीं.
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उन्होंने कहा कि बीकानेर में अर्जुन राम मेघवाल जिस तरह की हरकतें कर रहे हैं, 2024 के अंदर यदि कांग्रेस पार्टी मुझे बीकानेर से लोकसभा चुनाव के लिए टिकट देती है तो अर्जुन राम मेघवाल को बड़ी हार का सामना करना पड़ेगा. जिसकी आप कल्पना नहीं कर सकते. मंत्री ने कहा कि बीकानेर से मुझे टिकट नहीं देने पर किसी और को भी टिकट दी जाती है, तो भी इनका सुपड़ा साफ होगा.
गोविंद मेघवाल ने कहा कि अर्जुन राम जो पिछले 3 चुनाव जीत गए हैं, वह अपनी हैसियत को भूल गए हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा में जो 2003 में वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता हुए हुआ करते थे उनका अपमान किया जा रहा है. भाजपा में बीकानेर में कुछ ऐसे नेता हो गए हैं जिनका पार्टी से कोई वास्ता नहीं है. इन लोगों को नतीजा 2023 के राजस्थान विधानसभा चुनाव 2024 में लोकसभा चुनाव में भुगतना पड़ेगा.