झाड़ोल (उदयपुर). जिले के झाड़ोल उपखण्ड में फलासिया थाना पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल की है. पुलिस कार्रवाई करते हुए डेढ़ साल पुराने ब्लाइंड मर्डर केस के मामले में चार आरोपी को गिरफ्तार किया है और दो की तलाश अभी भी जारी है.
बता दें कि डेढ़ साल पहले झाड़ोल के सोम लाम्बादरा के जंगलों में एक युवक का जला हुआ शव मिला था. मृतक को बर्बरता पूर्ण तरीके से मार कर पहचान छुपाने के लिए एसिड से चेहरा जलाने का प्रयास किया गया. इसके बाद पेंट और जूते पेट्रोल डालकर जला दिए गए थे. उस दौरान पुलिस ने मृतक की शिनाख्तगी करने की कोशिश की, लेकिन कोई जानकारी नहीं मिलने पर पुलिस की ओर से शव का अंतिम संस्कार करवा दिया गया. इसके बाद पुलिस ने जांच बंद कर फाइल बंद कर दी.
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इस दौरान पुलिस अधीक्षक कैलाश चन्द्र विश्नोई ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनन्त कुमार के निर्देशन में इस मामले की फाइल को फिर से खोलते हुए वर्तमान झाड़ोल डीएसपी गिरधर सिंह को सौंपी गई. इस पर डीएसपी ने झाड़ोल थानाधिकारी सुरेंद्र सिंह, फलासिया थानाधिकारी उम्मेदिलाल, कांस्टेबल नरवीर सिंह, हितेंद्र सिंह की टीम बनाकर मामले की जांच शुरू की. जब पुलिस की ओर से इस मामले की गहनता से जांच की गई तो मृतक की शिनाख्त जीवा भाई पिता जमाल भाई निवासी भेमाल थाना दांता, गुजरात के रूप में हुई.
इसके बाद पुलिस ने मुखबिरों की सूचना पर घटनास्थल के पास ही किराना के दुकान मालिक लक्ष्मण अहारी पिता कमजी अहारी निवासी सोम को गिरफ्तार कर पूछताछ की, इस पर लक्ष्मण ने हत्याकाण्ड में अपना होना बताया. साथ ही अन्य आरोपियों के बारे में भी उसने बताया.
इस पर पुलिस ने आरोपी मनोज उर्फ मन्नालाल पिता प्रभु कसौटा, आरोपी मोहन पिता धनजी कसौटा, आरोपी दिताराम उर्फ गोविंद पिता हलु कसौटा निवासी सरवन थाना पानरवा को गिरफ्तार किया. इसके बाद पुलिस ने सभी आरोपियों को न्यायालय में पेश कर पीसी रिमांड का मांग की. वहीं, पुलिस इस मामले में अन्य आरोपी की तलाश कर रही हैं.