टोंक. जिले के वनस्थली में स्थित महिला शिक्षा के क्षेत्र में विश्व विख्यात वनस्थली विद्यापीठ के कुलपति प्रो. आदित्य शास्त्री का आज शाम जयपुर के निजी अस्पताल में निधन हो गया. उन्हें 5 मई को कोविड पॉजिटिव होने पर जयपुर में इलाज के लिए एडमिट करवाया गया था. उसके बाद उनकी रिपोर्ट नेगेटिव भी आ चुकी थी. उनके निधन पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, राज्यपाल कलराज मिश्र, टोंक सांसद सुखबीर सिंह जौनापुरिया, टोंक विद्यायक सचिन पायलट ने संवेदना व्यक्त करते हुए शिक्षा के क्षेत्र में एक बड़ी क्षति बताया है. आदित्य शास्त्री के निधन के बाद वनस्थली विद्यापीठ सहित टोंक जिले में शोक की लहर छा गई है.
आदित्य शास्त्री का आज शाम जयपुर के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया. वह 58 साल के थे. शास्त्री राजस्थान के पहले मुख्यमंत्री हीरालाल शास्त्री के सुपौत्र और दिवाकर शास्त्री के पुत्र थे. वह अपने पीछे दो पुत्र और एक पत्नी छोड़ गए है. उल्लेखनीय है कि कोरोना पॉजिटिव होने के बाद वह जयपुर के फोर्टिज हॉस्पिटल में 5 मई से थे भर्ती. हाल ही में दुबारा जांच में उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महिला शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए उन्हें प्रतिष्ठित पुरस्कार जेसीबोष मेमोरियल से नवाजा था. वहीं उन्हें विश्व के विधवा विद्यालयों में 100 ग्लोबल प्रभावशाली वाइस चांसलर के रूप में जाना गया था.
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टोंक के वनस्थली में स्थित देश की जानी मानी महिला विश्वविद्यालय वनस्थली विद्यापीठ के कुलपति प्रो.आदित्य शास्त्री के निधन से सम्पूर्ण जिले और शिक्षा जगत में शोक की लहर दौड़ गई. जानकारी के अनुसार कुलपति प्रो.आदित्य शास्त्री करीब 58 वर्ष के थे. प्रो. शास्त्री वर्ष 2003 से वनस्थली विद्यापीठ में कुलपति के पद पर कार्यरत थे. प्रो. आदित्य शास्त्री ने महिला विश्वविद्यालय के लिए शिक्षा जगत में देश में अपनी पहचान बनाई है. प्रो. शास्त्री के प्रयासों से ही वनस्थली विद्यापीठ ने शिक्षा क्षेत्र में कई अवार्ड प्राप्त किए हैं. शास्त्री के प्रयासों से देश की जानी मानी हस्तियों ने वनस्थली विद्यापीठ की पंचमुखी शिक्षा का अवलोकन कर सराहना की थी.
राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने किया शोक व्यक्त
राज्यपाल ने वनस्थली विद्यापीठ के कुलपति प्रो. आदित्य शास्त्री के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया. राज्यपाल ने प्रो. शास्त्री को विरल शिक्षाविद बताते हुए कहा कि बालिका शिक्षा के क्षेत्र उनके योगदान को सदैव याद रखा जाएगा. वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रो. आदित्य शास्त्री के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए कहा है कि उनके निधन से शिक्षा के क्षेत्र में एक बड़ी क्षति हुई है. उन्होंने कहा कि शिक्षाविद शास्त्री का उच्च शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान रहा. परमपिता परमेश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति और शोकाकुल परिजनों को इस दुख की घड़ी में सम्बल प्रदान करने की प्रार्थना है.
वहीं टोंक विधायक सचिन पायलट ने वनस्थली विद्यापीठ के कुलपति प्रो. आदित्य शास्त्री के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा है कि उच्च शिक्षा के क्षेत्र में शास्त्री के अमूल्य योगदान को सदैव याद किया जाएगा. ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें और परिजनों को यह क्षति सहने का संबल प्रदान करें. साथ ही कांग्रेस जिलाध्यक्ष लक्ष्मण गाता ने भी वनस्थली विद्यापीठ के कुलपति आदित्य शास्त्री के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया.