टोंक. बनास नदी में अवैध बजरी खनन के खिलाफ टोंक पुलिस ने गुरुवार रात एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. इस कार्रवाई के समय बजरी माफियाओं ने पुलिस कार्रवाई में अवरोध डालने के भी प्रयास किए लेकिन भारी पुलिस बल के सामने वे पस्त हो गए. कार्रवाई में पुलिस ने 35 ट्रैक्टर-ट्रॉलियां सहित 6 से अधिक मोटरसाइकिल, सहित कई वाहन भी जब्त किए गए.
सुप्रीम कोर्ट के बजरी खनन पर रोक के आदेशों के बाद भी टोंक के बनास में बजरी का अवैध खनन लगातार जारी है लेकिन टोंक पुलिस लगातार धड़पकड़ कर रही है. इसी कड़ी में बनास नदी से सटे गांव सर्वराबाद और साईदाबाद में पुलिस ने बजरी माफियाओं के खिलाफ एक ठोस कार्रवाई को अंजाम दिया. पुलिस की कार्रवाई से खनन माफियाओ में हड़कंप मच गया. यह कार्रवाई टोंक सीओ चन्द्र सिंह रावत के नेतृत्व में की गई. कार्रवाई के दौरान पुलिस की टीम में 100 से अधिक पुलिसकर्मी मौजूद रहे.
वहीं बजरी माफियाओं ने पुलिस से भिड़ने की कोशिश की लेकिन पुलिस अधीक्षक द्वारा भेजे गए आरएसी के सशस्त्र जवानों को देख उनके हौंसले पस्त हो गए और खनन माफिया अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए. पुलिस का रास्ता रोकने के लिए खनन माफियाओं ने रास्ते मे बजरी डाल कर ब्लॉक करने की भी कोशिश की लेकिन पुलिस फिर भी नदी के कच्चे रास्तो के सहारे उन तक पहुंच गई.
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पुलिस के अधिकारियों द्वारा सूचना दिए जाने के बाद टोंक तहसीलदार और खनिज विभाग के भी कई अफसर बनास नदी पहुंचे. कार्रवाई के दौरान खनन माफियाओं का पीछा करते हुए खुद पुलिस की भी कई गाड़ियां नदी में फंस गई. जिन्हें बाहर निकालने के लिए पुलिस के जवानों को खासी मशक्कत भी करनी पड़ी.