टोंक. चार रथों के साथ शनिवार को एमएसपी किसान यात्रा जिला मुख्यालय पहुंची, जहां किसान नेता अकबर खान के नेतृत्व में यात्रा का स्वागत किया गया. उसके बाद किसानों के हक में नारेबाजी करते जुलूस निकाला गया, जो कुआं से काफला बाजार होते हुए सुभाष बाजार के रास्ते घंटा घर चौक पहुंचकर संपन्न हुआ. वहीं, घंटा घर चौक पर आयोजित सभा को संबोधित करते हुए किसान नेता राम पाल जाट ने कहा कि देश की हर सियासी पार्टी किसानों की बात करती है और घोषणापत्रों में किसानों की समस्याओं के साथ ही उनकी फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य देने की भी बातें कहते हैं, लेकिन आज आजादी के 76 साल बाद भी किसी ने इस पर अमल नहीं किया. इसलिए अब किसान अपनी सरकार खुद चुनने को तैयार हैं.
भारत को विश्व की तीन बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में लेकर जाने की बात तो की जा रही है, लेकिन यह तभी संभव होगा जब अन्नदाता संपन्न बनेगा. ऐसे में अब किसान किसी भी सियासी पार्टी के छलावा में नहीं आएगा और अपनी सरकार खुद चुनेगा. दरअसल, राजस्थान से ये किसान यात्रा मुंबई और मध्य प्रदेश तक उस समय निकाली गई, जब देश के पांच राज्यों के साथ ही राजस्थान में भी कुछ ही माह बाद चुनाव होने वाले हैं. चुनावी सुगबुगाहट के बीच किसान भी एमएसपी गारंटी कानून बनाने की मांग करने लगे हैं. राजस्थान में आंदोलन रहे किसान नेता रामपाल जाट के नेतृत्व में यह यात्रा निकाली जा रही है.
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वहीं, यात्रा के टोंक जिला मुख्यालय पहुंचने पर मीडियाकर्मियों से मुखातिब हुए किसान नेता रामपाल जाट ने कहा कि केंद्र या राज्य सरकार कोई भी एमएसपी गारंटी कानून बना सकता है. इसलिए इस बार किसानों ने भी फैसला कर लिया है कि जो किसानों की हित में एमएसपी गारंटी कानून बना कर देगा किसान उसी के साथ खड़ा होगा. आगे उन्होंने कहा कि किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल जल्द ही राज्य सरकार के समक्ष अपनी मांग रखेगा. हालांकि, केंद्र सरकार की ओर से पूर्व में किसान संबंधित तीन कानून लाए गए थे, उसके बाद से ही पूरे देश भर में एमएसपी पर गारंटी दिए जाने की मांग उठने लगी है. अब राजस्थान में भी एमएसपी पर गारंटी दिए जाने की मांग किसान कर रहे हैं.