श्रीगंगानगर. निकाय चुनाव में बीजेपी ने अंतिम समय में टिकट वितरण करके भले ही बगावत को रोकने का प्रयास किया है. लेकिन टिकट कटने से नाराज पार्टी कार्यकर्ताओं ने बगावती सुर तेज कर लिए हैं. पार्टी की ओर से टिकट कटने पर अब अधिकतर वार्डों में बागी पार्टी की मुसीबत बढ़ाएंगे. टिकट वितरण के बाद चुनाव प्रभारी अभिषेक मटोरिया ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि टिकट वितरण पूरी पारदर्शिता और आरक्षण का संतुलन रखते हुए किया गया है.
वहीं, टिकट कटने से नाराज भाजपा के कार्यकर्ताओं ने पार्टी नेताओं पर आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी ने उन कार्यकर्ताओं को मौका नहीं दिया है जो पार्टी की सेवा में लंबे समय से लगे हुए थे. चुनाव प्रभारी अभिषेक मटोरिया ने कहा की शहर के 65 वार्डों में हमारे पास करीब 350 से अधिक आवेदन आए थे. लेकिन हमने पार्टी के तमाम नियम कायदों को देखते हुए टिकट वितरण में सामंजस्य बिठाया है.
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जहां तक कार्यकर्ताओं का सवाल है सामान्य कार्यकर्ता ने आवेदन किया है और पार्टी ने उसको महत्व दिया है. प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के निर्देशन में पार्टी ने जिताऊ, टिकाऊ, युवा और पढ़े लिखे लोगों को मौका दिया है. उन्होंने कहा कि पार्टी ने लगभग वार्डों में आरक्षण का काफी हद तक ख्याल रखकर टिकट वितरण किया है.
परिवारवाद हावी होने की बात पर चुनाव प्रभारी ने कहा कि लंबे समय से अगर कोई कार्यकर्ता पार्टी के लिए कार्य कर रहा है तो ऐसे मजबूत व्यक्ति को पार्टी ने प्रत्याशी बनाया है. भाजपा युवा मोर्चा प्रदेश उपाध्यक्ष रमजान चोपदार का टिकट कटने पर उन्होंने कहा कि रमजान ने वार्ड से टिकट आवेदन किया था.
लेकिन पार्टी ने टिकट पर मुहर नहीं लगाई. टिकट वितरण अंतिम समय में फाइनल करने के पीछे चुनाव प्रभारी ने बताया कि आवेदन अधिक आने से समय लगा है. लेकिन भाजपा के कार्यकर्ताओं को टिकट नहीं मिलने से अब वार्ड में बागियों की संख्या अधिक होने का अनुमान लगाया जा रहा है.