श्रीगंगानगर. जिले में कर्ज से दबे किसान की आत्महत्या कर ली. जिले के ठाकरी गांव के किसान सोहनलाल ने कर्ज से परेशान होकर सुसाइड करने के मामले ने सियासी गलियारों में घमासान मचा दिया है. सुसाइड नोट आरोप लगाया था कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट चुनाव से पहले बैंक लोन माफ करने के अपने वादे को पूरा नहीं कर रहे हैं.
कर्ज से तंग आकर सुसाइड करने और राज्य सरकार द्वारा चुनाव से पहले कर्ज माफी का वायदा पूरा नहीं होने से दुखी किसान सोहनलाल द्वारा जहर खाकर सुसाइड करने की घटना के बाद जहां पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने गहलोत सरकार को आड़े हाथ लेते हुये किसान की आत्महत्या का जिम्मेदार बताया है. वहीं सरकार का बचाव करने उतरे उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने किसान की आत्महत्या पर दुख तो जताया, लेकिन किसान द्वारा कर्ज के कारण आत्महत्या करने से इनकार किया है.
उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि किसान सोहनलाल पर किसी प्रकार का ऋण नहीं था और ना ही कर्ज से परेशान होकर किसान ने आत्महत्या की है. वहीं उपमुख्यमंत्री के इस दावे की पोल तब खुल गई जब जिला लीड बैंक ओबीसी के एलडीएम परमजीत सिंह ने बताया कि किसान सोहनलाल द्वारा सिंडीकेट बैंक शाखा रायसिंहनगर से वर्ष 2016 में एक लाख सात हजार का ऋण लिया गया था. जिसे वर्ष 2017 में 10% बढ़ाकर नवीनीकरण किया गया.
एलडीएम ने बताया कि किसान सोहनलाल पर फिलहाल एक लाख 24 हजार 164 रुपए का कर्ज बकाया है. हालांकि उन्होंने कहा है कि किसान सोहन लाल का खाता अभी तक एनपीए नहीं हुआ है. ऐसे में किसान से बकाया ऋण वसूली के लिए अभी तक किसी प्रकार के नोटिस जारी नहीं किए गए थे.