अनूपगढ़. राजस्थान में विधानसभा चुनाव की रणभेरी बज चुकी है. भाजपा ने अब तक 124 कैंडिडेट को मैदान में उतार दिया है. बीजेपी की ओर से शनिवार को 83 प्रत्याशियों की दूसरी लिस्ट जारी की गई थी. टिकट के दावेदारों को टिकट नहीं मिलने की वजह से प्रदेश के कई विधानसभा सीटों पर विरोध के स्वर दिखाई दे रहे हैंं. रविवार को आसींद,अनूपगढ़ और प्रतापगढ़ में बीजेपी के समर्थकों ने बगावती तेवर दिखाए.
बगावत के सुर:बीजेपी की दूसरी लिस्ट जारी होने के साथ ही अनूपगढ़ से मौजूदा विधायक संतोष बावरी के खेमे में उत्साह है तो वहीं दूसरी ओर टिकट की दावेदारी जता रहीं पूर्व विधायक शिमला बावरी के खेमे में काफी रोष व्याप्त हो गया है.भाजपा की ओर से दूसरी सूची जारी होने के बाद शिमला बावरी के निवास पर बड़ी संख्या में कार्यकर्ता पहुंचे और रोष जताया. उन्होंने कहा की शिमला बावरी अनूपगढ़ विधानसभा के लिए मजबूत उम्मीदवार हैं ,लेकिन पार्टी ने उनको टिकट नहीं दिया. आरोप है कि पार्टी आलाकमान ने कार्यकर्ताओं की राय नहीं ली. घड़साना में रविवार को पूर्व विधायक शिमला बावरी के निवास पर बड़ी संख्या कार्यकर्ता पहुंचे. शिमला बावरी ने कहा कि कार्यकर्ताओं में टिकट कटने को लेकर नाराजगी है.
बावरी ने बताया कि बुधवार को एक बैठक बुलाई गई है, जिसमें कार्यकर्ताओं और आमजन की भावनाओं के अनुसार आगे का फैसला लिया जाएगा. बता दें कि पिछले दिनों माकपा के पूर्व विधायक पवन दुग्गल ने भी टिकट की आस में भाजपा जवाइन की थी, लेकिन उन्हें भी टिकट नहीं मिला है, हालांकि पवन दुग्गल ने पार्टी के साथ ही जाने की बात कही है.
प्रतापगढ़ में भी कार्यकर्ता नाराज:उधर प्रतापगढ़ में भी टिकट वितरण की सूची जारी होने के साथ ही प्रत्याशियों और उनके समर्थकों में उत्साह का माहौल है.वहीं टिकट के लिए दावेदारों और उनके समर्थकों में टिकट नहीं मिलने से भारी निराशा और आक्रोश फैल गया है. प्रतापगढ़ में कई जगह तो टिकट के दावेदार और उनके समर्थक सड़क पर आकर खुलकर गलत टिकट देने की बात कहते हुए टिकट बदलने की मांग कर रहे हैं. टिकट के लिए दावेदारी करने वाले वरिष्ठ भाजपा नेता लच्छीराम मीणा और युवा नेता ईश्वर मीणा और उनके समर्थकों ने वंशवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए गलत टिकट वितरण के लिए विरोध प्रदर्शन किया. साथ ही आने वाले 26 अक्टूबर को बड़े विरोध प्रदर्शन की चेतावनी भी दी है. बता दें कि बीजेपी ने प्रतापगढ़ से हेमंत मीणा को उम्मीदवार घोषित किया है जो पूर्व जनजाति विकास विभाग मंत्री नंदलाल मीणा के पुत्र हैं. हेमंत मीणा को 2018 में भी भाजपा ने अपना उम्मीदवार बनाया था, लेकिन वह कांग्रेस से चुनाव हार गए थे.