श्रीगंगानगर. सरहद के उस पार से आई पाक महिला रामीदेवी के जिला अस्पताल में भर्ती हुए एक सप्ताह का समय हो चुका है. रामीदेवी को जिला अस्पताल के डॉक्टर्स, नर्सिंग स्टाफ और अन्य लोगों ने जो अपनापन और मदद दी है, उसको पाकर रामी बहुत ज्यादा प्रसन्न नजर आ रही हैं.
27 जनवरी को बस में बच्चे को जन्म देने के बाद रामी देवी को जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. तभी से जिला अस्पताल के डॉक्टर्स, नर्सिंग स्टाफ से लेकर तमाम सामाजिक संस्थाएं पाकिस्तानी नागरिक रामी देवी की हर तरह से मदद कर रही हैंय यही कारण है कि मदद के चलते रामी देवी अब यहीं रहना चाहती हैं. रामी देवी के पति जयराम की मानें तो भले ही दोनों देश की सरहदों पर अक्सर तनाव रहता है, लेकिन जब बात इंसानियत की आती है तो सभी एक दूसरे की मदद के लिए खड़े नजर आते हैं.
रामी देवी के साथ गुजरात से आए बाकी लोग 28 जनवरी को वाघा बॉर्डर होते हुए पाकिस्तान चले गए थे. प्रसव के बाद से जिला अस्पताल में भर्ती रामी देवी और उसका परिवार जिला अस्पताल का मेहमान बनकर जीवन के बेहतरीन दिनों को जीना चाह रहा है. जिला अस्पताल के पीएमओ डॉ बलदेव सिंह चौहान भी रामी देवी का हाल जानने के लिए उसके वार्ड में गए.
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जिला अस्पताल पीएमओ डॉ बलदेव सिंह चौहान ने बताया कि रामी देवी के बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र के लिए रजिस्ट्रार को लिखा गया है. इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. पीएमओ चौहान की मानें तो प्रसव के बाद रामी देवी के नवजात बच्चे की तबियत सही नहीं होने के कारण उसको नर्सरी में भर्ती करके इलाज किया जा रहा है. फिलहाल नवजात की तबियत में सुधार है.
वहीं बच्चे के जन्म प्रमाण पत्र से जुडी प्रक्रिया शुरु की गयी है. रामी देवी को जिला अस्पताल में खाने-पीने से लेकर रहने तक की सुविधाएं उप्लब्ध करवाई गयी है. जिसके चलते अब रामी देवी यहां कुछ ओर समय बिताना चाहती हैं. उधर वीजा अवधि पूरी होने के बाद भारत में रुकी हुई रामी देवी पर खुफिया विभाग की नजर है. खुफिया विभाग ने रामी देवी के बारे में विदेश मंत्रालय को जानकारी देकर आगे की प्रक्रिया पर नजर बनाए हुए है.