सिरोही. आबकारी विभाग (Excise Department) ने 30 मई को बड़ी कार्रवाई करते हुए तस्करी कर गुजरात ले जाने वाली शराब की बड़ी खेप बरामद की थी. आबकारी विभाग ने मौके से 5 करोड़ से अधिक की शराब बरामद की थी. मामले में 11 तस्करों को गिरफ्तार किया गया था. वहीं, सोमवार को स्वरूपगंज थाना पुलिस ने भी कार्रवाई करते हुए एक कंटेनर से 1.5 करोड़ की शराब बरामद की थी. शराब तस्करी के मामलों को लेकर शुक्रवार को सिरोही विधायक (MLA Sanyam Lodha) ने पुलिस पर सवाल खड़े किए.
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विधायक संयम लोढ़ा (Sirohi MLA Sanyam Lodha) ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि बिना पुलिस मुख्यालय से तार जुड़े हरियाणा से राजस्थान में शराब कैसे आ सकती है. उन्होंने कहा कि मामले की गंभीरता से जांच करना जरूरी है, जिससे इस खेल का पर्दाफाश हो सके.
लोढ़ा ने कहा कि सिरोही जिले में शराब तस्करी प्रकरण में 2 डीआईजी (DIG) को जांच सौंपी गई है. पुलिस महानिदेशक एमएल लाठर कर्तव्यनिष्ठ और ईमानदार अधिकारी हैं और इस प्रकरण को पूरी गंभीरता से ले रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस प्रकरण में पुलिस मुख्यालय से भी तार जुड़े हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि यदि पुलिस (Rajasthan Police) इसमें मिली नहीं होती तो हरियाणा से राजस्थान के सिरोही तक शराब नहीं पहुंच पाती.
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विधायक संयम लोढ़ा ने कहा कि गुजरात की सीमा (Gujarat border) से सटे हुए थानों में थानेदारों की पोस्टिंग भी पुलिस मुख्यालय (Police Headquarters) की सिफारिश के आधार पर होती है. अगर सिफारिश नहीं चलती तो सिरोही के मंडार थाने में पिछले 1 साल में चार थाना अधिकारी के तबादले कैसे हो जाते. अगर उन थानेदारों की कार्यों के प्रति कमी या लापरवाही होती तो उनका तबादला दूसरी जगह कैसे हो सकती है.
गौरतलब है कि शराब तस्करी मामले (liquor smuggling case) में पुलिस पर मिलीभगत के आरोप के बाद दो डीआईजी मामले की गंभीरता से जांच कर रहे हैं. विजिलेंस और एसओजी की टीम अलग-अलग जांच कर रही है.