सिरोही. राज्य सरकार के निर्देशानुसार मनरेगा कार्यों के निरीक्षण के लिए जिला कार्यक्रम समन्वयक और जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद ने 76 निरीक्षण दलों का गठन किया है. इसमें से 20 जिला स्तरीय निरीक्षण दल को मुख्य कार्यकारी अधिकारी भागीरथ बिश्नोई ने जिले की 5 पंचायत समितियों के लिए रवाना किया. वहीं, शेष 55 पंचायत स्तरीय निरीक्षण दलों को विकास अधिकारियों की ओर से निरीक्षण के लिए रवाना किया गया.
निरीक्षण दलों ने मनरेगा कार्यस्थलों पर कोरोना से बचाव और मजदूरों को दी जाने वाली टास्क को समय से पहले संपन्न करने के संबंध में जानकारी दी. इस दौरान कहा गया कि गर्मी के मौसम को देखते हुए सुबह 6 बजे कार्यस्थल पर आएं और अपना-अपना टास्क 11 बजे तक पूरा करने की कोशिश करें. हालांकि, मनरेगा का समय सुबह 6 बजे से दोपहर 1 बजे तक है. साथ ही कार्यस्थल पर सैनिटाइजर और साबुन का इस्तेमाल करें. इसके अलावा श्रमिकों को मास्क अनिवार्य रूप से पहनने की जानकारी दी गई.
पढ़े: जयपुर: JDA ने बिना अनुमति जीरो सेटबेक में अवैध निर्माण करने पर भवन को किया सील
वहींं, जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद ने ग्राम पंचायत गोयली के 3 कार्यों का निरीक्षण किया. तीनों कार्यों पर औसत मजदूरी लगभग 190 रुपए है. इस दौरान मजदूरों को टास्क पूरा करने के बारे में समझाया गया. साथ ही इस दौरान व्यवस्थित रूप से पाल के निर्माण के निर्देश भी दिए गए. इसी तरह उप वन सरंक्षक सोनल जोरिहार ने ग्राम पंचायत कृष्णगंज के कार्यों का निरीक्षण किया. मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने बरलुट और जावाल के कार्यों का निरीक्षण किया. अतिरिक्त जिला कलेक्टर रिछपाल सिंह बुरडक ने ग्राम पंचायत पाडीव और उड़ के कार्यों का निरीक्षण किया. मनरेगा के अधिशाषी अभियंता ने डाक और डबाणी के मनरेगा कार्य निरीक्षण के साथ ही प्रधानमंत्री आवास के कार्यों का भी निरीक्षण किया.
इस दौरान निरीक्षण दलों की ओर से 301 कार्यों का निरीक्षण किया गया. निरीक्षण के दौरान पंचायत समिति रेवदर की ग्राम पंचायत दोलपुर के मेट को प्रथम चेतावनी नोटिस और ग्राम पंचायत जैतावाड़ा के एक मेट को ब्लैक लिस्टेड किया गया. साथ ही ग्राम पंचायत जैतावाड़ा के ग्राम रोजगार सहायक पर एक हजार रुपये का दंड निर्धारित किया गया.
पंचायत समिति आबूरोड की ग्राम पंचायत जाम्बुडी के मेट को 7 एवजी श्रमिक लगाने पर ब्लैक लिस्टेड किया गया और ग्राम पंचायत सुरपगला और उपलाखेजड़ा के एक-एक मेट को प्रथम चेतावनी का नोटिस जारी किया गया. जिला कलेक्टर ने बताया कि जून माह में मानसून आने से पहले जिले में एक लाख पौधे लगाने की तैयारियां प्राथमिकता से करने के लिए कहा गया है.