फतेहपुर (सीकर). जिले के एक थानाधिकारी और उसके 3 सिपाहियों पर ग्रामीणों ने रविवार देर रात को घर में बालिका को अकेली देखकर उसके घर में घुसकर बदतमीजी करने और घर में बैठकर शराब पीने का आरोप लगाया है.
ग्रामीणों ने बताया कि लड़की के परिवारजन और अन्य सदस्य लड़की के चाचा के यहां कार्यक्रम में गए हुए थे. लड़की का भाई जब घर आया तो SHO ने उसका भी गिरेबान पकड़ लिया और थप्पड़ जड़ दिए और अपनी कार लेकर भाग गए. घटना की सूचना मिलते ही गांव के लोग देर रात एकत्रित होकर पुलिस उपाधीक्षक ओमप्रकाश किलानियां के पास फतेहपुर पहुंचे और ज्ञापन सौंपा.
ग्रामीणों की मांग है कि SHO का मेडिकल करवाया जाए और उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच की जाए. वहीं, लड़की के पिता का कहना है कि उसके छोटे भाई के घर में कार्यक्रम होने के कारण घरवाले वहां गए हुए थे और घर में अकेली थी. घटना के समय घर में कोई नहीं था. साथ ही उनका आरोप है कि जब चारों लोग वर्दी में नहीं थे तो उन्हें कैसे पता चलता की पुलिस के आदमी हैं.
साथ ही यह सवाल भी उठता है कि पुलिस ने देर रात को सरकारी गाड़ी का उपयोग क्यों नहीं किया और रात के समय एक भी व्यक्ति वर्दी में नहीं होना भी खतरे से खाली नहीं है. अगर, उनके साथ कोई घटना हो जाती तो उसके लिए जिम्मेदार कौन होता. इससे पहले भी पुलिस की ऐसी ही लापरवाही के कारण मर्डर हो चुका है. उस समय भी प्राइवेट गाड़ी में 5 लोग सवार थे, और गोली चल जाने से 2 लोगों की मौत हो गई थी.
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पुलिस उपाधीक्षक ओमप्रकाश किलानियां ने बताया कि SHO हाल ही में खोटिया के पास हाइवे पर हुई लूट के मामले में दबिश देने के लिए गए हुए थे. एक युवक से पूछताछ कर रहे थे, बालिका के साथ बदतमीजी जैसी कोई बात नहीं है. फिर भी जांच की जाएगी और जो भी दोषी होगा उसको सजा मिलेगी.