फतेहपुर (सीकर). पालिका चुनाव में अध्यक्ष पद के लिए नामांकन की अंतिम तिथि होने के कारण फतेहपुर पालिका में आठ उम्मीदवारों ने नौ नामांकन दाखिल किये हैं. वहीं रामगढ़ शेखावाटी में चार उम्मीदवारों ने छह नामांकन दाखिल किये हैं. फतेहपुर पालिका में कांग्रेस से मुश्ताक नजमी और आबिद अली परिहार ने नामांकन दाखिल किया है जबकि भाजपा ने अपना कोई भी उम्मीदवार मैदान में नहीं उतारा है.
भाजपा ने रणनीति के तहत अपना उम्मीदवार नहीं उतारा है. कांग्रेस उम्मीदवार आबिद अली के प्रस्तावक भाजपा के पार्षद सूर्यप्रकाश बने हैं तथा आबिद अली ने निर्दलीय के रूप में नामांकन दाखिल किया है. ऐसे में लगता है कि कांग्रेस में अंदर ही अंदर बगावत के सुर उठ रहे हैं, जिसके चलते भाजपा की भगवती देवी ने भी निर्दलीय के रूप में नामांकन दाखिल किया है. वहीं निर्दलीय के रूप में मो. अल्ताफ, रुखसाना, समीरा, मुजस्सिम गौरी और समा ने अपने नामांकन दाखिल किए हैं. अब देखने वाली बात यह होगी कि मैदान में कितने उम्मीदवार रहते हैं और भाजपा का रुख किस ओर होता है. यह तो आने वाला समय ही बताएगा कि ऊंट किस करवट बैठता है.
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बता दें कि रामगढ़ शेखावाटी में कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशी के रूप में कांग्रेस पार्षद एवं निवर्तमान उपाध्यक्ष दूदाराम चौहला ने नामांकन पत्र दाखिल किया है. वहीं कांग्रेस की टिकट पर निर्विरोध जीते मकसूद भाटी व कांग्रेस की टिकट पर जीते जमील ने निर्दलीय के रूप में अपने पर्चे दाखिल किए हैं, जबकि भाजपा की ओर से जया सोनी ने अधिकृत प्रत्याशी के रूप में पालिकाध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल किया है.
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस में टिकट पाने को लेकर मकसूद भाटी और जमील एवं उनके समर्थक पार्षदों में चली लम्बी खींचतान के बाद बाद पार्टी ने दोनों से हटकर दूदाराम को अपना अधिकृत प्रत्याशी बनाया लेकिन मकसूद भाटी व जमील दोनों ने ही निर्दलीय के रूप में नामांकन पत्र दाखिल कर दिया. अब देखना यह है कि पार्टी इनमें किस तरह सामंजस्य बिठा पाती है. यदि ये तीनों मैदान में डटे रहते हैं तो इसका सीधा फायदा भाजपा को मिलेगा जिसे टालने के लिए कांग्रेस पार्टी जी तोड़ कोशिश करेगी.