फतेहपुर (सीकर). भादो अमावस्या के अवसर पर शुक्रवार को देशभर से आएं हुए प्रवासी कुलदेवियों के मंदिरों में धोक लगाएंगे. भादो अमावस्या को लेकर मंदिरों में विशेष तैयारियां की गई है. बिंदल कुलदेवी में माता के शृंगार के लिए रोजाना कोलकात्ता से प्लेन के जरिए दो क्विंटल से अधिक फूल आते हैं. उन्हीं फूलों से बंगाली कारीगर माता का श्रृंगार किया जाता है. पुजारी राजकुमार भोजक एवं रमेश भोजक के सानिध्य में एक क्विंटल कजरे की माला माता के चरणों में अर्पित की गई.
कोलकाता से आए बंगाली कलाकारों ने मां बिंदल कुलदेवी की प्रतिमा का शृंगार किया और मंदिर परिसर को सजाया. बिंदल कुलदेवी, गोयनका शक्ति मंदिर, ढांढ़ण धाम में विशेष सजावट की गई. साथ ही विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है. बिंदल कुलदेवी मंदिर में मेहन्दी रची थारे हाथा में घल्रयो काजल थारी आंख्या में चुनड़ी रो रंग सुरंगों, म्हारी बिंदल देवी जैसे भजनों के साथ मेहन्दी की रस्म हुई.
प्रदीप सराफ ने बताया कि गायक कलाकार पवन अग्रवाल और मनीषा भार्गव के सानिध्य में आयोजित भजन संध्या में लोगों ने कीर्तन किया. छप्पन भोग का प्रसाद लगाया गया. कार्यक्रम में प्रवासियों की ओर से मां की विशेष पूजा की गई. बिंदल कुलदेवी, गोयनका शक्ति मंदिर एवं ढांढ़ण शक्ति धाम सहित विभिन्न शक्ति मंदिरों में भजन कीर्तन का आयोजन किया गया. बाहर से आएं कलाकारों ने एक से बढक़र एक भजन के माध्यम से मां को रिझाया और भक्तों को झूमने पर मजबूर कर दिया.