सीकर. जिले में जहां एक ओर जिला मुख्यालय स्तिथ सांवली डेडीकेटेड हॉस्पिटल में कार्मिक लगातार दिन रात एक कर पीड़ित मानवता को सेवा करने में लगे हैं तो वहीं दूसरी ओर इन्हे हॉस्पिटल की ही कोविड लैब के कार्मिकों को चिकिसा विभाग की ओर से पिछले 6 महीने से वेतन का भुगतान तक नहीं किया जा रहा है. वहीं ये जिन परिस्थितियों में यह वर्तमान में कार्य कर रहे हैं और इन्हें कोई तकलीफ हो तो भी इनकी कोई सुध तक लेने वाला कोई नही है.
वहीं लैब के कार्मिकों ने कई बार ज्ञापन के माध्यम से जिला प्रशासन और मेडिकल कॉलेज प्रबंधन को इन मांगों को पूरा करने के संबंध में कई बार ज्ञापन दिया लेकिन, उनके की ओर से बजट नही होने का हवाला देकर और स्थायी कर्मचारी ना होने को लेकर मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता न करवाने को लेकर इनकी बात पर कोई खास ध्यान नही दिया गया. ऐसे में लैब के कार्मिकों की ओर से जिला मुख्यालय स्तिथ मेडिकल कॉलेज के गेट के बाहर जिला प्रशासन और अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की गई.
यह भी पढ़ें: BREAKING : नागौर में कार और टेंपो में आमने-सामने टक्कर, हादसे में 4 लोगों की मौत
इस दौरान लैब कार्मिक मुकेश कुमार सैनी ने बताया कि पिछले 6 महीनों से हमें वेतन का भुगतान नहीं किया गया है. वहीं हमारी कुछ मूलभूत मांगें भी पूरी नहीं की जा रही है, जिसके चलते हमने जिला कलेक्टर और मेडिकल कॉलेज प्राचार्य को कई बार ज्ञापन भी दिया, ऐसे में उनकी ओर से आगे से बजट न मिलने की बात का हवाला देकर बात को टाल दिया जाता है, वहीं उन्होंने बताया कि दूसरी ओर हमारा कॉन्ट्रैक्ट 30 मार्च को ही खत्म हो गया था जिसके लिए नियुक्ति के समय कहा गया था की इसे बढ़ा दिया जाएगा लेकिन, वह भी अभी तक नही बढ़ाया गया है.
ऐसे में हम फिर भी पीड़ित मानवता की सेवा करने में दिन रात लगे हुए हैं, और जब हम कॉन्ट्रैक्ट को बढ़ाने की बात को लेकर मेडिकल कॉलेज प्राचार्य से मिले तो उनकी ओर से कहा गया की आप कोई स्थाई कर्मचारी नही हो ऐसे में यदि आप छोड़कर जाना चाहो तो जा सकते हो. जिसके विरोध में लैब कार्मिकों की ओर से मेडिकल कॉलेज गेट के बाहर प्रदर्शन कर यह जिला प्रशासन और अस्पताल प्रबंधन से यह मांग की गई है, कि हमारी मांगों को जल्द से जल्द पूरा किया जाए.
यह भी पढ़ें: COVID-19 : राजस्थान में क्या है मौजूदा हालात और सरकार की तैयारी, जानें कितने ICU और वैंटिलेटर्स हैं खाली
वहीं लैब कार्मिक माधवी ने बताया कि पिछले 6 महीनों का वेतन का भुगतान करने और मूलभूत सुविधाओं को लेकर हम काफी बार जिला प्रशासन और मेडिकल कॉलेज प्राचार्य से मिले ऐसे में उनके द्वारा आगे से बजट न मिलने और हमें स्थाई कर्मचारी न मानते हुए बात को टाल दिया जाता है और वेतन के लिए यह भी कहा जाता है कि, जिस ठेकेदार के अंतर्गत आप यहां कार्य कर रहे हो उससे बात करो, ऐसे में हम जब कार्य ही यहां कर रहे हैं तो हमें वेतन भी यहीं से मिलना चाहिए.
इसके साथ ही माधवी ने बताया कि आज 6 महीने और 21 दिन हो चुके हैं लेकिन, हमें अब तक वेतन का भुगतान नहीं किया गया है वहीं लैब में कार्यरत कुछ कार्मिक तो ऐसे भी हैं जो कि दूसरे जिलों के हैं और वे यहां मकान किराए पर लेकर रह रहे हैं, ऐसे में वेतन न मिलने की वजह से वह मकान का किराया भी नही चुका पा रहे हैं, जिसके चलते आज हमने यहां प्रदर्शन किया है. वहीं माधवी ने बताया कि हमारी मांग है कि हमें वेतन हर महीने प्राप्त हो और बकाया वेतन का भुगतान भी जल्द से जल्द की जाए और अब जो कॉन्ट्रैक्ट बढ़ाया जाए उसके दस्तावेज अस्पताल प्रबंधन और ठेकेदार के मध्य न बनकर हमारे मध्य तैयार हो.