सीकर. खाटूश्यामजी मंदिर के प्रवेश द्वार पर भगदड़ (Khatu Shyamji stampede case) में 8 अगस्त को तीन महिला श्याम भक्तों की मौत के बाद राजस्थान सरकार की ओर से जांच कमेटी गठित की गई थी. इस मामले में जांच अधिकारी संभागीय आयुक्त विकास सीतारामजी भाले शुक्रवार को खाटूश्यामजी पहुंचे और (Divisional commissioner started investigation) घटना स्थल का जायजा लिया. इस दौरान जिला कलेक्टर अविचल चतुर्वेदी और पुलिस अधीक्षक कुंअर राष्ट्रदीप ने उन्हें घटना स्थल और सम्पूर्ण व्यवस्था से अवगत करवाया.
इस मौके पर कस्बेवासियों, व्यापारियों और प्रबुद्धजनों ने श्री श्याम मंदिर की व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी दी. निरीक्षण के पश्चात संभागीय आयुक्त ने कहा कि घटना दुर्भाग्यपूर्ण है और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं हो इसके लिए ठोस कदम उठाए जायेंगे. उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति इस घटना को लेकर अपना पक्ष रखना चाहे वह जयपुर स्थित कार्यालय में आगामी 15-20 दिन तक आ सकते हैं. इससे पूर्व संभागीय आयुक्त के खाटूश्यामजी मेला कंट्रोल कार्यालय पहुंचने पर गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया.
पढ़ें. खाटूश्यामजी हादसा मामले में श्याम मंदिर कमेटी के पदाधिकारियों को हिरासत में लिया
खाटूश्यामजी भगदड़ मामले में श्याम मंदिर कमेटी के पदाधिकारियों को पहले ही हिरासत में लिया जा चुका है. मंदिर कमेटी पदाधिकारियों पर गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज किया गया है. वहीं दूसरी ओर मंदिर में हुए हादसे को लेकर गहलोत सरकार भी सख्त है. इस हादसे की जांच होने तक दांतारामगढ़ के एसडीएम राजेश कुमार और रींगस सीओ सुरेंद्र सिंह को निलंबित किया गया है. डीओपी और डीजीपी के आदेश में दोनों के खिलाफ विभागीय जांच लंबित होने की स्थिति में यह कार्रवाई की गई है.