सवाईमाधोपुर. जिले के बौली उपखंड क्षेत्र के मंझेवला गांव में दहशत का पर्याय बन चुका पैंथर आखिरकार वन विभाग के पिंजरे में कैद हो गया. पैंथर को पकड़ने के लिए रेंजर दशरथ सिंह के नेतृत्व में दो दिनों से वनकर्मियों की ओर से प्रयास किया जा रहा था. जिसके चलते शनिवार को पैंथर वन विभाग के पिंजरे में कैद हो गया.
दरअसल, पिछले 5 दिनों से मंझेवला गांव क्षेत्र में पैंथर के मूवमेंट से स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल था. पैंथर ने पांच मवेशियों को अपना शिकार बना लिया था. ऐसे में वन विभाग बौली और निवाई रेंज के संयुक्त प्रयासों से पैंथर का रेस्क्यू कर लिया गया. जिला मुख्यालय से आई विशेषज्ञों की टीम के नेतृत्व में पैंथर को पकड़ा गया. पैंथर को रणथंभौर अभयारण्य ले जाया गया है. जहां उसे सुरक्षित वन क्षेत्र में छोड़ा जाएगा.
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गौरतलब है कि ग्रामीणों की शिकायत के बाद वन विभाग ने पैंथर की मूवमेंट वाले स्थान पर पिंजरा लगाकर उसमे एक बकरे को बांधा गया था. बहरहाल पैंथर के सफल रेस्क्यू के बाद वन विभाग की टीम और ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है. इस दौरान रेंदर दशरथ सिंह, लक्ष्मीकांत जैमन समेत कई वनकर्मी मौजूद रहे. ग्रामीण नैनूराम, पुखराज समेत कई ग्रामीणों ने भी इस रेस्क्यू ऑपरेशन में सहयोग किया.
समग्र शिक्षा अभियान के अंतर्गत किए जा रहे निर्माण कार्यों का औचक निरीक्षण
कपासन में समग्र शिक्षा अभियान के अंतर्गत किए जा रहे निर्माण कार्यों का अधिकारियों ने औचक निरीक्षण किया. पूरे राजस्थान में समग्र शिक्षा अभियान के तहत विभिन्न विद्यालयों में किए जा रहे निर्माण कार्यों की सघन मॉनिटरिंग करवाई जा रही है. ब्लॉक स्तरीय और जिला स्तरीय अधिकारियों की टीमें बनाकर विभिन्न निर्माण कार्यों की गुणवत्ता की जांच करवाई जा रही है.
इसी क्रम में कपासन ब्लॉक के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय करूंकूड़ा चाकूड़ा में मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी घनश्याम गोड अतिरिक्त ब्लॉक शिक्षा अधिकारी राम सिंह चुंडावत और सहायक अभियंता चंद्रभान धाकड़ की ओर से निर्माण कार्यों की औचक जांच की गई.
करूंकड़ा में चल रहे निर्माण कार्य पर संतोष व्यक्त किया गया और संबंधित पंचायत प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी सत्यनारायण शास्त्री को कमरों की छत पर ढालुदार सीमेंट करने के निर्देश दिए गए. उच्च माध्यमिक विद्यालय चाकूड़ा में निर्माण कार्य में काम में ली जा रही सामग्री की गुणवत्ता की जांच कर संबंधित सहायक अभियंता की ओर से ठेकेदार को निर्देश दिए.