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बालश्रम के लिए ले जाए जा रहे 42 बच्चों को ट्रेन से रेस्क्यू किया, फिर जबरदस्ती लगेज डिब्बे में बैठाकर जयपुर ले गया जीआरपी गंगापुर प्रभारी - 42 बच्चों को ट्रेन से रेस्क्यू किया

सवाई माधोपुर में गुरुवार को बालश्रम के लिए जयपुर ले जाए जा रहे 42 बच्चों को रेस्क्यू किया गया. लेकिन बच्चों को रेस्क्यू करने के बाद जीआरपी गंगापुर प्रभारी बच्चों को लगेज वाले डिब्बे में जबरदस्ती बैठाकर जयपुर ले गया. बाल कल्याण समिति ने बिना अनुमति के बच्चों को ले जाने वाले जीआरपी के गंगापुर प्रभारी को 24 घंटे में बच्चों सहित उपस्थित होने का नोटिस जारी किया है.

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बालश्रम के लिए ले जाए जा रहे 42 बच्चों को ट्रेन से रेस्क्यू किया, फिर जबरदस्ती लगेज डिब्बे में बैठाकर जयपुर ले गया जीआरपी गंगापुर प्रभारी
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Published : Jul 2, 2021, 1:00 AM IST

Updated : Jul 2, 2021, 5:22 AM IST

सवाई माधोपुर. रेलवे स्टेशन पर गुरुवार को जमकर जेजे एक्ट की धज्जियां उड़ती दिखाई दी. कानून के रक्षक भी नियम कायदों को भूल गए और रेस्क्यू किए गए बच्चों को धूप में ही बैठाए रखा. इतना ही नहीं बाल कल्याण समिति, बाल अधिकारिता विभाग के अधिकारियों की मौजूदगी में न्यायिक क्षेत्र सवाई माधोपुर होने के बावजूद बच्चों को गंगापुर सिटी जीआरपी प्रभारी राजवीर सिंह जबरदस्ती जयपुर लेकर रवाना हो गए.

पढ़ें: आय से अधिक संपत्ति का मामला: 3 अधिकारियों के विभिन्न ठिकानों पर ACB का सर्च पूरा, करोड़ों रुपए की अघोषित संपत्ति का खुलासा

अब बाल कल्याण समिति ने उनकी बिना अनुमति के बच्चों को ले जाने वाले जीआरपी के गंगापुर प्रभारी को 24 घंटे में बच्चों सहित उपस्थित होने का नोटिस जारी किया है. साथ ही पुलिस अधीक्षक से मौके पर मौजूद स्थानीय पुलिस अधिकारियों की कार्यप्रणाली को लेकर भी शिकायत की है.

क्या है पूरा मामला

राजेन्द्र नगर-अजमेर स्पेशल ट्रेन 023955 में बाल श्रमिकों को ले जाने की सूचना मिली थी. जैसे ही ट्रेन सवाई माधोपुर स्टेशन पर पहुंची जीआरपी, आरपीएफ और पुलिस के अधिकारियों ने मिलकर 42 बच्चों का रेस्क्यू किया. सभी बच्चों को ट्रेन से उतार कर प्लेटफार्म पर ही धूप में ही बैठा दिया गया. करीब आधा घन्टे बाद बाल कल्याण समिति के आदेशों की अवहेलना करते हुए बच्चों को उसी ट्रेन के लगेज डिब्बे में बैठाकर गंगापुर जीआरपी प्रभारी जयुपर लेकर रवाना हो गए. जिस डिब्बे में बच्चों को बैठाया गया उसमें ना ही पंखा होता है और ना ही लाइट और लेट बाथ की सुविधा.

जियारत एक्सप्रेस में बाल श्रमिकों को ले जाने की मिली थी सूचना

जीआरपी गंगापुर सिटी राजवीर सिंह को जियारत एक्सप्रेस में बाल श्रमिकों को ले जाने की सूचना मिली थी. ट्रेन के सवाई माधोपुर रेलवे स्टेशन पहुंचने पर उसकी तलाशी ली गई तो ट्रेन में 42 नाबालिग मिले. जिन्हें बालश्रम के लिए जयपुर ले जाया जा रहा था. इसकी सूचना जीआरपी गंगापुर प्रभारी ने उच्च अधिकारियों को दी. सूचना मिलने पर सवाई माधोपुर पुलिस उपाधीक्षक नारायण लाल तिवारी, मानटाउन थानाधिकारी कुसुमलता पुलिस दल के साथ रेलवे स्टेशन पहुंचे. वहां आरपीएफ एवं जीआरपी का जाब्ता पहले से ही मौजूद था.

चाइल्ड लाइन की बातों को किया अनसुना

सूचना पर चाइल्ड लाइन टीम भी रेलवे स्टेशन पहुंची. ट्रेन से बालकों को रेस्क्यू कर प्लेटफार्म पर बैठा दिया गया. चाइल्ड लाइन की टीम ने बच्चों को सुरक्षित स्थान पर ले जाकर परामर्श करने एवं सवाई माधोपुर बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश करने की बात कही. लेकिन रेस्क्यू करने वालों ने चाइल्ड लाइन टीम की बातों को अनुसना कर दिया. बच्चों को कहां से लाया गया, कौन लेकर जा रहा था, इसकी भी जानकारी बाल कल्याण समिति, बाल अधिकारिता विभाग को नहीं है. जो बच्चों जैसे संजिदा मामलों में उनकी कार्यप्रणाली पर सवालियां निशान खड़े करता है.

बाल कल्याण समिति के आदेश भी दरकिनार

बाल कल्याण समिति की अध्यक्षा श्वेता गर्ग, सदस्य अंकुर गर्ग एवं ज्योति शर्मा ने प्लेटफार्म पर पहुंचकर सभी बच्चों को नीचे उतारकर समिति के समक्ष पेश करने के आदेश दिए. लेकिन उन आदेशों की भी कोई पालना नहीं हुई. समिति पीठ के समक्ष ही जीआरपी गंगापुर सिटी के राजवीर सिंह समिति के आदेशों को अनुसना करते हुए बच्चों के साथ जयुपर रवाना हो गए.

चाइल्ड लाइन के प्रोजेक्ट डायरेक्टर अरविंद सिंह चौहान का कहना है कि बाल श्रमिकों को ले जाने की सूचना उन्हें 10 बजकर 10 मिनट पर मिली. जिसके बाद वो पूरी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और ट्रेन आने के बाद बच्चों को रेस्क्यू किया. बाद में जीआरपी के थानाधिकारी ने जीआरपी एसपी के आदेश से बच्चों को जयुपर ले जाने की बात कही. जबकि मामला सवाई माधोपुर का था. रेस्क्यू किए गए बच्चों को यही बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश करना था. इसकी अनदेखी कर रेस्क्यू किए गए सभी बच्चों को जयुपर भेज दिया गया.

बाल अधिकारिता विभाग की सहायक निदेशक श्रद्धा गौतम ने बताया कि सीडब्ल्यूसी, बाल कल्याण समिति, आईसीपीएस की टीम रेस्क्यू करने मौके पर पहुंची. ट्रेन रुकने का समय कम था. बच्चों को बाल कल्याण समिति जयपुर के सामने पेश किया गया है. जिले की बाल कल्याण समिति भी उनके सम्पर्क में है. बच्चों को जयपुर ले जाने वाले जीआरपी के जवान को बच्चों सहित बाल कल्याण समिति के सामने 24 घंटे में उपस्थित होने के लिए नोटिस जारी किया है. बच्चों को कौन लेकर जा रहा था, इसकी जानकारी बच्चों से ली जा रही है. जीआरपी के गंगापुर प्रभारी ने हमें सहयोग नहीं किया.

सवाई माधोपुर. रेलवे स्टेशन पर गुरुवार को जमकर जेजे एक्ट की धज्जियां उड़ती दिखाई दी. कानून के रक्षक भी नियम कायदों को भूल गए और रेस्क्यू किए गए बच्चों को धूप में ही बैठाए रखा. इतना ही नहीं बाल कल्याण समिति, बाल अधिकारिता विभाग के अधिकारियों की मौजूदगी में न्यायिक क्षेत्र सवाई माधोपुर होने के बावजूद बच्चों को गंगापुर सिटी जीआरपी प्रभारी राजवीर सिंह जबरदस्ती जयपुर लेकर रवाना हो गए.

पढ़ें: आय से अधिक संपत्ति का मामला: 3 अधिकारियों के विभिन्न ठिकानों पर ACB का सर्च पूरा, करोड़ों रुपए की अघोषित संपत्ति का खुलासा

अब बाल कल्याण समिति ने उनकी बिना अनुमति के बच्चों को ले जाने वाले जीआरपी के गंगापुर प्रभारी को 24 घंटे में बच्चों सहित उपस्थित होने का नोटिस जारी किया है. साथ ही पुलिस अधीक्षक से मौके पर मौजूद स्थानीय पुलिस अधिकारियों की कार्यप्रणाली को लेकर भी शिकायत की है.

क्या है पूरा मामला

राजेन्द्र नगर-अजमेर स्पेशल ट्रेन 023955 में बाल श्रमिकों को ले जाने की सूचना मिली थी. जैसे ही ट्रेन सवाई माधोपुर स्टेशन पर पहुंची जीआरपी, आरपीएफ और पुलिस के अधिकारियों ने मिलकर 42 बच्चों का रेस्क्यू किया. सभी बच्चों को ट्रेन से उतार कर प्लेटफार्म पर ही धूप में ही बैठा दिया गया. करीब आधा घन्टे बाद बाल कल्याण समिति के आदेशों की अवहेलना करते हुए बच्चों को उसी ट्रेन के लगेज डिब्बे में बैठाकर गंगापुर जीआरपी प्रभारी जयुपर लेकर रवाना हो गए. जिस डिब्बे में बच्चों को बैठाया गया उसमें ना ही पंखा होता है और ना ही लाइट और लेट बाथ की सुविधा.

जियारत एक्सप्रेस में बाल श्रमिकों को ले जाने की मिली थी सूचना

जीआरपी गंगापुर सिटी राजवीर सिंह को जियारत एक्सप्रेस में बाल श्रमिकों को ले जाने की सूचना मिली थी. ट्रेन के सवाई माधोपुर रेलवे स्टेशन पहुंचने पर उसकी तलाशी ली गई तो ट्रेन में 42 नाबालिग मिले. जिन्हें बालश्रम के लिए जयपुर ले जाया जा रहा था. इसकी सूचना जीआरपी गंगापुर प्रभारी ने उच्च अधिकारियों को दी. सूचना मिलने पर सवाई माधोपुर पुलिस उपाधीक्षक नारायण लाल तिवारी, मानटाउन थानाधिकारी कुसुमलता पुलिस दल के साथ रेलवे स्टेशन पहुंचे. वहां आरपीएफ एवं जीआरपी का जाब्ता पहले से ही मौजूद था.

चाइल्ड लाइन की बातों को किया अनसुना

सूचना पर चाइल्ड लाइन टीम भी रेलवे स्टेशन पहुंची. ट्रेन से बालकों को रेस्क्यू कर प्लेटफार्म पर बैठा दिया गया. चाइल्ड लाइन की टीम ने बच्चों को सुरक्षित स्थान पर ले जाकर परामर्श करने एवं सवाई माधोपुर बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश करने की बात कही. लेकिन रेस्क्यू करने वालों ने चाइल्ड लाइन टीम की बातों को अनुसना कर दिया. बच्चों को कहां से लाया गया, कौन लेकर जा रहा था, इसकी भी जानकारी बाल कल्याण समिति, बाल अधिकारिता विभाग को नहीं है. जो बच्चों जैसे संजिदा मामलों में उनकी कार्यप्रणाली पर सवालियां निशान खड़े करता है.

बाल कल्याण समिति के आदेश भी दरकिनार

बाल कल्याण समिति की अध्यक्षा श्वेता गर्ग, सदस्य अंकुर गर्ग एवं ज्योति शर्मा ने प्लेटफार्म पर पहुंचकर सभी बच्चों को नीचे उतारकर समिति के समक्ष पेश करने के आदेश दिए. लेकिन उन आदेशों की भी कोई पालना नहीं हुई. समिति पीठ के समक्ष ही जीआरपी गंगापुर सिटी के राजवीर सिंह समिति के आदेशों को अनुसना करते हुए बच्चों के साथ जयुपर रवाना हो गए.

चाइल्ड लाइन के प्रोजेक्ट डायरेक्टर अरविंद सिंह चौहान का कहना है कि बाल श्रमिकों को ले जाने की सूचना उन्हें 10 बजकर 10 मिनट पर मिली. जिसके बाद वो पूरी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और ट्रेन आने के बाद बच्चों को रेस्क्यू किया. बाद में जीआरपी के थानाधिकारी ने जीआरपी एसपी के आदेश से बच्चों को जयुपर ले जाने की बात कही. जबकि मामला सवाई माधोपुर का था. रेस्क्यू किए गए बच्चों को यही बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश करना था. इसकी अनदेखी कर रेस्क्यू किए गए सभी बच्चों को जयुपर भेज दिया गया.

बाल अधिकारिता विभाग की सहायक निदेशक श्रद्धा गौतम ने बताया कि सीडब्ल्यूसी, बाल कल्याण समिति, आईसीपीएस की टीम रेस्क्यू करने मौके पर पहुंची. ट्रेन रुकने का समय कम था. बच्चों को बाल कल्याण समिति जयपुर के सामने पेश किया गया है. जिले की बाल कल्याण समिति भी उनके सम्पर्क में है. बच्चों को जयपुर ले जाने वाले जीआरपी के जवान को बच्चों सहित बाल कल्याण समिति के सामने 24 घंटे में उपस्थित होने के लिए नोटिस जारी किया है. बच्चों को कौन लेकर जा रहा था, इसकी जानकारी बच्चों से ली जा रही है. जीआरपी के गंगापुर प्रभारी ने हमें सहयोग नहीं किया.

Last Updated : Jul 2, 2021, 5:22 AM IST
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