राजसमंद. खमनोर के फतेहपुर पंचायत में बाघेरी नाका परियोजना के पास बनास किनारे दो पैंथरों के आपसी संघर्ष में तीन साल की वयस्क मादा पैंथर घायल हो गई. वह कई घंटों तक कुएं में बनी सीढ़ियों पर बैठी रही. वन विभाग की टीम ने जाल कुएं में डाल कर पैंथर को पकड़ा. रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद घायल पेंथर को उदयपुर स्थित बायोलॉजिकल पार्क के पशु चिकित्सालय ले जाया गया. विशेषज्ञों ने पैंथर की रीढ़ की हड्डी में चोट लगाना बताया.
सम्भवतया सुबह दो पैंथरों के बीच हुए आपसी संघर्ष में मादा पैंथर घायल हो गई होगी. मादा पैंथर की रीढ की हड्डी में गंभीर चोट लगी. उसके गले और मुंह पर भी चोट के निशान मिले. चोट लगने के बाद मादा पैंथर चलने में असमर्थ हो गई. काफी देर तक वह बनास नदी के किनारे बने कुएं में बैठी रही. यहां वह कुएं में सीढ़ियों पर बैठी मादा पेंथर को लोगों ने देखा तो वह पानी में कूद कर तैरने लगी.
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इसी दौरान वह कभी कुएं में तैरती तो कभी सीढ़ी पर आकर बैठ जाती. लोग खुले में इस तरह पैंथर को बैठा देख उत्सुकता से मोबाइल में फोटो-वीडियो बना रहे थे. फतेहपुर सरपंच प्रकाशचंद्र मीणा ने वन विभाग को सूचना दी. नाथद्वारा से राजेश मेहता, वनपाल रतनलाल, सहायक वनपाल रामचंद्र पालीवाल, हल्दीघाटी वन नाका के वनकर्मी शंभूनाथ, नंदू गमेती, राजसमंद से गश्ती में अशोक वैष्णव, लच्छीराम गायरी, पुलिसकर्मी मुकेश मौके पर पहुंचे.
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वनकर्मियों ने कुएं की सीढ़ी पर बैठे पैंथर को जाल डालकर शिकंजे में लिया और बाहर आए. पैंथर को धकेलकर पिंजरे में कैद कर लिया. पिंजरे को गाड़ी में रखकर उदयपुर के सज्जनगढ़ स्थित बायलोजिकल पार्क ले गए, जहां उसका वन्यजीव चिकित्सकों की निगरानी में इलाज चल रहा है.