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राजसमंद में सरकारी डॉक्टरों ने किया NMC बिल का विरोध - जिला चिकित्सालय

जिला चिकित्सालय के डॉक्टरों ने एनएमसी बिल के विरोध किया.हाथ पर काली पट्टी बांधकर सुबह 8:00 से 10:00 बजे तक कोई सेवा नहीं दी. वहीं आपातकालीन सेवाएं जारी रहीं.

राजसमंद में सरकारी डॉक्टरों ने किया एन एम सी बिल का विरोध
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Published : Aug 1, 2019, 2:04 PM IST

राजसमंद. शहर के आर के जिला चिकित्सालय गुरुवार को डॉक्टरों ने एनएमसी बिल के विरोध किया. विरोध में डॉक्टरों ने हाथ पर काली पट्टी बांधकर सुबह 8 से 10 बजे तक अपने कार्य का बहिष्कार किया. वहीं डॉक्टरों आपातकालीन सेवाएं जारी रखीं. जिससे कि ओपीडी में आए मरीजों को किसी प्रकार की समस्या ना हो.

इस एन एम सी बिल के विरोध में प्रदेश भर के सभी सरकारी अस्पतालों के डॉक्टरों ने काली पट्टी बांधकर रखा. साथ ही सुबह 8 से 10 बजे तक मरीजों को अपनी सेवाएं नहीं दी. वहीं आर के अस्पताल में सभी डॉक्टरों ने भी इस बिल के विरोध किया.

राजसमंद में सरकारी डॉक्टरों ने किया एन एम सी बिल का विरोध

पढ़ें-राजसमंद : अंबिका ग्रेनाइट को किया सीज, जानें क्यों

डॉ. ललित पुरोहित ने बताया कि, बिल के अनुसार अशिक्षित लोगों को मेडिकल डिप्लोमा से शिक्षित कर उन्हें चिकित्सा कार्य में लगा सकते है. जो मरीजों के हित में नहीं है. उन्होंने इसे काला कानून बताया. साथ में ये भी कहा कि अगर यह बिल राज्यसभा में पास हो गया तो देश की स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा जाएंगी.

पढ़ें-राजसमंद: गणेश टीकरी मंदिर के पास मिला नवजात, ICU में भर्ती

बता दें कि यह बिल लोकसभा में पारित हो चुका है. अब यह राज्यसभा में पेश होगा.बिल के तहत नॉन मेडिकल लोगों को लाइसेंस देकर सभी प्रकार की दवाइयां लिखने और इलाज करने का कानूनी अधिकार दिया जा रहा है. जिसका डॉक्टर विरोध कर रहे हैं.

राजसमंद. शहर के आर के जिला चिकित्सालय गुरुवार को डॉक्टरों ने एनएमसी बिल के विरोध किया. विरोध में डॉक्टरों ने हाथ पर काली पट्टी बांधकर सुबह 8 से 10 बजे तक अपने कार्य का बहिष्कार किया. वहीं डॉक्टरों आपातकालीन सेवाएं जारी रखीं. जिससे कि ओपीडी में आए मरीजों को किसी प्रकार की समस्या ना हो.

इस एन एम सी बिल के विरोध में प्रदेश भर के सभी सरकारी अस्पतालों के डॉक्टरों ने काली पट्टी बांधकर रखा. साथ ही सुबह 8 से 10 बजे तक मरीजों को अपनी सेवाएं नहीं दी. वहीं आर के अस्पताल में सभी डॉक्टरों ने भी इस बिल के विरोध किया.

राजसमंद में सरकारी डॉक्टरों ने किया एन एम सी बिल का विरोध

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डॉ. ललित पुरोहित ने बताया कि, बिल के अनुसार अशिक्षित लोगों को मेडिकल डिप्लोमा से शिक्षित कर उन्हें चिकित्सा कार्य में लगा सकते है. जो मरीजों के हित में नहीं है. उन्होंने इसे काला कानून बताया. साथ में ये भी कहा कि अगर यह बिल राज्यसभा में पास हो गया तो देश की स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा जाएंगी.

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बता दें कि यह बिल लोकसभा में पारित हो चुका है. अब यह राज्यसभा में पेश होगा.बिल के तहत नॉन मेडिकल लोगों को लाइसेंस देकर सभी प्रकार की दवाइयां लिखने और इलाज करने का कानूनी अधिकार दिया जा रहा है. जिसका डॉक्टर विरोध कर रहे हैं.

Intro:राजसमंद- एनएमसी बिल के विरोध में गुरुवार को राजसमंद के आर के जिला चिकित्सालय के डॉक्टरों ने भी इस बिल का विरोध किया.प्राप्त जानकारी के अनुसार गुरुवार को आरके जिला चिकित्सालय के डॉक्टरों ने हाथ पर काली पट्टी बांधकर और सुबह 8:00 से 10:00 बजे तक अपने कार्य का बहिष्कार किया तो वहीं डॉक्टरों ने मरीजों के हित की सोचते हुए ओपीडी का बहिष्कार नहीं किया यह बिल मेडिकल काउंसलिंग की जगह लेना है.इसमें कई बदलाव किए गए हैं.


Body:जिसका आज प्रदेश भर के सरकारी अस्पतालों के डॉक्टरों ने काली पट्टी बांधकर विरोध जता रहे हैं. राजसमंद के आर के अस्पताल मैं भी डॉक्टरों ने इस बिल के विरोध किया डॉक्टर ललित पुरोहित ने बताया कि बिल के अनुसार अशिक्षित लोगों को कोई छोटा सा कोर्स या फिर किसी डिप्लोमा दिला कर उन्हें शिक्षित करना चाहते हैं सरकार. जो मरीजों के हित में नहीं है. बिल के तहत नॉन मेडिकल लोगों को लाइसेंस देकर सभी प्रकार की दवाइयां लिखने और इलाज करने का कानूनी अधिकार दिया जा रहा है. इसका डॉक्टर विरोध कर रहे हैं. आपको बता दें कि यह बिल लोकसभा में पारित हो चुका है. अब यह राज्यसभा में पेश होगा डॉ ललित पुरोहित ने बताया कि अगर यह बिल राज्यसभा में पास हो गया तो देश की स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा जाएगी.


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