नाथद्वारा (राजसमंद). नाथद्वारा तहसील में सोमवार को हिंदूवादी संगठनों ने उपखंड अधिकारी अभिषेक गोयल को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा. साथ ही मांग किया कि गोमाता के संरक्षण और संवर्धन के लिए प्राप्त सरचार्ज की राशि को आपदा प्रबंधन में खर्च न किया जाए.
जिला धर्माचार्य गोपाल जोशी ने बताया कि राजस्थान सरकार द्वारा स्टाम्प विक्रय और शराब बिक्री से प्राप्त गोसंरक्षण सरचार्ज अधिनियम में संशोधन कर आपदा प्रबंधन में उपयोग करने का जो निर्णय लिया गया है. इसके विरोध में ज्ञापन दिया गया है. साथ ही सभी पंजीकृत गोशाला को अनुदान देने और प्रति गोमाता 180 दिन की बजाय 365 दिन अनुदान देने की मांग की गई है. इसके अलावा पेट्रोलियम उत्पादों पर भी लगे सरचार्ज का एक हिस्सा यदि गोशाला और गोधन पर खर्च किया जाएगा तो बेहतर परिणाम प्राप्त होंगे. वहीं सरकार यदि अधिनियम में किए संसोधन को वापस नहीं करती है तो आगे उग्र आंदोलन किया जाएगा.
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गोवंश संरक्षण संघर्ष समिति के तत्वाधान में उपखंड कार्यालय पहुंचे वीएचपी और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने ज्ञापन देने से पहले उपखंड कार्यालय पर सांकेतिक धरना प्रदर्शन भी किया. इस दौरान उन्होंने गोमाता और भारतमाता के नारे लगाए. संत श्री शिवानंद, सुरेशानंद और नागेश्वर के साथ जिला सहमंत्री मुकेश जोशी, बजरंग दल संयोजक श्याम सुंदर सोनी, VHP प्रखंड मंत्री गोविंद प्रजापत, नगर मंत्री विमल ईनाणी, गोरक्षा प्रमुख धनराज मीणा और मोहित श्रीमाली मौजूद रहे.
वहीं नाथद्वारा नगर में हो रही लगातार चोरियों की वारदात को लेकर समस्त व्यापार संघ के प्रतिनिधियों ने उपखंड कार्यालय पहुंचकर उपखंड अधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन सौंपकर नगर में हो रही वारदातों पर अंकुश लगाने और गश्त बढ़ाने की मांग की. व्यापारियों ने बताया कि नगर में पिछले दिनों लाल बाजार में एक साथ पांच दुकानों के ताले टूटना दर्शाता है कि नगर में कानून व्यवस्था का क्या हाल हो चुका है. वहीं इस प्रकार के माहौल से नगर के व्यापारियों में दहशत और भय का माहौल बना हुआ है. इसी बात को लेकर उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर स्थिति से अवगत कराया गया है.