राजसमंद. शनिवार सुबह उदयपुर में उपचार के दौरान 80 फीसदी जले पुजारी नवरत्न की मौत हो गई थी. जिसके बाद काफी हंगामा मचा. पीड़ित परिवार अपने लिए न्याय की मांग करता रहा. बाद में सरकार और परिवार के बीच समझौता हो गया. परिवार को मुख्यमंत्री सहायता कोष से 15 लाख तथा अन्य मद से 5 लाख की अतिरिक्त सहायता दिलाने, मृतक के एक बेटे को संविदा पर नौकरी, पुजारी परिवार को पूरी सुरक्षा तथा मामले की जांच सीआईडी (सीबी) से करवाने पर समझौता हुआ है.
जिले के देवगढ़ उपखण्ड क्षेत्र की विजयपुरा ग्राम पंचायत के हीरा की बस्सी गत 20 नवंबर को मंदिर व भूमि विवाद को लेकर पुजारी और उनकी पत्नी पर पेट्रोल बम से हमला हुआ था. जिसमें दोनों काफी झुलस गए थे. नवरत्नलाल प्रजापत उदयपुर का जिला अस्पताल में उपचार के दौरान निधन हो गया था.
शव पहुंचते ही हंगामा- शनिवार को पुजारी का शव एम्बुलेंस से शाम चार बजे बाद देवगढ़ पहुंचा था. यहीं पर परिजनों,ग्रामीण प्रजापत समाज के लोगों शव को सीधे उपखण्ड कार्यलय के बाहर लेकर आए और ग्रामीणों ने मुआवजे की मांग को लेकर उपखण्ड अधिकारी कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया. भारी पुलिस बल की तैनाती के बीच रात 10 बजे दोनों पक्षों में समझौता हो गया.
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इससे पहले शाम को करीब पांच बजे पुजारी का शव यहां पहुंचने पर जिलेभर से पुलिस अधिकारियों के नेतृत्व में 70 से ज्यादा जवानों को तैनात किया गया. 20 नवम्बर की रात करीब 8:30 बजे कुछ लोगों ने हीरा की बस्सी में देवनारायण किराणा स्टोर में ही बने टिनशेडनुमा घर में पेट्रोल से आग लगा दी थी.जिसमें 70 साल के पुजारी नवरत्नलाल प्रजापत व उनकी पत्नी जमना देवी झुलस गई थी.
सांसद दिया कुमारी रही मौजूद- उदयपुर से शव लेकर आई एम्बुलेंस देवगढ़ एसडीएम कार्यालय परिसर में खड़ा कर दिया गया.यहां परिजन, प्रजापत समाजजन व ग्रामीणों ने प्रदर्शन कर 50 लाख रुपए मुआवजे की मांग की. राजसमंद सांसद दीया कुमारी, मावली विधायक धर्मनारायण जोशी व भीम के पूर्व विधायक हरि सिंह रावत की मौजूदगी में पुलिस-प्रशासन से वार्तालाप हुई.