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भाजपा ने प्रतापगढ़ नगर परिषद गेट पर लगाया ताला, कर्मचारी और अधिकारियों को बाहर निकाल बंद की परिषद बिजली - BJP locked Pratapgarh municipal corporation in protest

प्रतापगढ़ नगर परिषद पर अव्यवस्थाओं का आरोप लगा भाजपा पार्षदों ने परिषद के गेट पर ताला जड़ प्रदर्शन (BJP protest at Pratapgarh municipal corporation) किया. पार्षदों ने कर्मचारियों और अधिकारियों को बाहर निकाल परिषद की बिजली बंद कर दी. पार्षदों का कहना है कि परिषद की लापरवाही के चलते शहर की स्ट्रीट लाइटें बंद पड़ी हैं. पिछले पांच दिनों से कचरे की गाड़ियां परिषद के मुख्य प्रशासनिक भवन के पीछे खड़ी हैं.

BJP protest at Pratapgarh municipal corporation
भाजपा ने प्रतापगढ़ नगर परिषद गेट पर लगाया ताला
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Published : Mar 28, 2022, 7:17 PM IST

Updated : Mar 28, 2022, 10:49 PM IST

प्रतापगढ़. शहर की बिगड़ी व्यवस्थाओं को लेकर नगर परिषद में आज भाजपा पार्षदों और कार्यकर्ताओं ने ताले जड़ (BJP locked Pratapgarh municipal corporation in protest) दिए. नगर परिषद के सभी कर्मचारियों और अधिकारियों को नगर परिषद से बाहर निकाल कर बिजली के स्विच बंद कर दिए गए.

परिषद में पिछले पांच दिन से कचरे से भरी गाड़ियां का नया बोर्ड बनने के बाद से ही इसमें कुछ भी ठीक ढंग से नहींं चला. पहले भाजपा का बोर्ड बना. इस दौरान राजनीतिक उठापटक होती रही. फिर सभापति पाला बदल कर कांग्रेस में आ गई. इसके बाद लगा था कि अब सब कुछ ठीक होगा, लेकिन न सफाई सही ढंग से हो रही और न ही स्वच्छता सर्वे का काम हो रहा. परिषद के पांच इमली स्थित डम्पिंग यार्ड में कचरा प्रबंधन सही ढंग से नहीं होने के कारण वहां बदबू व मक्खियों से स्थानीय लोग परेशान हैं. उन्होंने वहां कचरा डालने का विरोध किया. इसके चलते पिछले पांच दिन से कचरा गाड़ियां वहां कचरा खाली नहीं कर रही हैं. यही कारण है कि परिषद के मुख्य प्रशासनिक भवन के पीछे कचरा गाड़ियों की लंबी लाइन लगी हुई है. इन गाड़ियों में पांच दिन से कचरा भरा पड़ा था. इसे खाली ही नहीं किया गया.

पढ़ें: नगर परिषद में लगी सभापति और उपसभापति की नाम की पट्टियां को हटाने पर हुआ विवाद, मामला पहुंचा थाने

नगर परिषद के स्ट्रीट लाइट के बकाया 1 करोड़ 25 लाख रुपए जमा नहीं कराने के कारण विद्युत वितरण निगम ने रोड लाइटों का कनेक्शन काट दिया. इसके चलते आधे शहर की स्ट्रीट लाइटें बंद रहीं. नगर परिषद का कुल 1 करोड़ 78 लाख का रोड लाइट का बिल बकाया था, जिसमें से 32 लाख रुपए शहर के उपभोक्ताओं के माध्यम से जमा हुए हैं. यह राशि उनके बिलों में उपकर के रूप में जुडकर आई थी और बिजली निगम ने 21 लाख रुपए का एडजस्टमेंट किया था. नगर परिषद को 1 करोड़ 25 लाख रुपए का बिल जमा करवाना है. लेकिन यह राशि भी परिषद जमा नहीं करा पाई. डिस्कॉम के सहायक अभियंता नारायण सिंह राठौड़ ने बताया कि स्ट्रीट लाइट का बकाया बिल जमा नहीं कराने पर यह कनेक्शन काटा गया है.

पढ़ें: भाजपा पार्षदों ने लिया संविधान का सहारा...एक तिहाई से ज्यादा पार्षदों ने मेयर को दिया नोटिस,अब एक सप्ताह में करानी होगी बैठक

रोड लाइट कट होने से हमेशा जगमग रहने वाला गांधी चौराहा भी अंधेरे में डूबा रहा. साथ ही आबकारी रोड, एरियापति इलाका, एमजी रोड आदि इलाकों की रोड लाइटें बंद रहीं. शुरूआत में लोगों ने समझा कि कहीं फॉल्ट आया है, लेकिन सोशल मीडिया के माध्यम से यह बात फैल गई कि बिल जमा नहीं कराने के कारण स्ट्रीट लाइट का कनेक्शन काटा गया है. इस पर लोग नगर परिषद को कोसते नजर आये. सोशल मिडिया पर भी लोग नगर परिषद की लापरवाहियों को लेकर सवाल खड़े कर रहे हैं.

पढ़ें: बसेड़ी में विधायक ने की जनसुनवाई, पूर्व प्रधान ने यूपी के किसानों पर लगाया बिजली चोरी का आरोप

जिला मुख्यालय के बाद अब छोटीसादड़ी नगर में काटे कनेक्शन: छोटीसादड़ी उपखड़ की नगर पालिका प्रशासन की लापरवाही का खामियाजा यहां की जनता को भुगतना पड़ रहा है. पालिका के बिजली का बिल बकाया होने के कारण शहर की स्ट्रीट लाइटों और पनघट योजना के तहत लगे कुछ पेयजल बोरवेल का कनेक्शन विद्युत निगम ने काट दिया. ऐसे में शहर पूरी रात अंधेरे में रहा. छोटीसादड़ी नगरपालिका अध्यक्ष फातेमा बोहरा ने बताया कि बिजली निगम द्वारा बकाया राशि निकाली गई है. उसमें से लगभग 66 लाख रुपए पूर्व बोर्ड के बकाया चल रहे हैं. कोरोना महामारी के कारण राज्य सरकार द्वारा नगर पालिका को अनुदान प्राप्त नहीं हुआ है. इस कारण राशि बकाया हो गई है. इस संदर्भ में राज्य सरकार को पत्र लिखा है. अनुदान मिलने पर राशि जमा कर दी जाएगी. शहर में स्ट्रीट लाइट चालू करवाने के लिए उच्चाधिकारियों से वार्ता चल रही है. शीघ्र ही लाइट व्यवस्था को सुचारू करवाकर आमजन को राहत दिलाई जाएगी.

प्रतापगढ़. शहर की बिगड़ी व्यवस्थाओं को लेकर नगर परिषद में आज भाजपा पार्षदों और कार्यकर्ताओं ने ताले जड़ (BJP locked Pratapgarh municipal corporation in protest) दिए. नगर परिषद के सभी कर्मचारियों और अधिकारियों को नगर परिषद से बाहर निकाल कर बिजली के स्विच बंद कर दिए गए.

परिषद में पिछले पांच दिन से कचरे से भरी गाड़ियां का नया बोर्ड बनने के बाद से ही इसमें कुछ भी ठीक ढंग से नहींं चला. पहले भाजपा का बोर्ड बना. इस दौरान राजनीतिक उठापटक होती रही. फिर सभापति पाला बदल कर कांग्रेस में आ गई. इसके बाद लगा था कि अब सब कुछ ठीक होगा, लेकिन न सफाई सही ढंग से हो रही और न ही स्वच्छता सर्वे का काम हो रहा. परिषद के पांच इमली स्थित डम्पिंग यार्ड में कचरा प्रबंधन सही ढंग से नहीं होने के कारण वहां बदबू व मक्खियों से स्थानीय लोग परेशान हैं. उन्होंने वहां कचरा डालने का विरोध किया. इसके चलते पिछले पांच दिन से कचरा गाड़ियां वहां कचरा खाली नहीं कर रही हैं. यही कारण है कि परिषद के मुख्य प्रशासनिक भवन के पीछे कचरा गाड़ियों की लंबी लाइन लगी हुई है. इन गाड़ियों में पांच दिन से कचरा भरा पड़ा था. इसे खाली ही नहीं किया गया.

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नगर परिषद के स्ट्रीट लाइट के बकाया 1 करोड़ 25 लाख रुपए जमा नहीं कराने के कारण विद्युत वितरण निगम ने रोड लाइटों का कनेक्शन काट दिया. इसके चलते आधे शहर की स्ट्रीट लाइटें बंद रहीं. नगर परिषद का कुल 1 करोड़ 78 लाख का रोड लाइट का बिल बकाया था, जिसमें से 32 लाख रुपए शहर के उपभोक्ताओं के माध्यम से जमा हुए हैं. यह राशि उनके बिलों में उपकर के रूप में जुडकर आई थी और बिजली निगम ने 21 लाख रुपए का एडजस्टमेंट किया था. नगर परिषद को 1 करोड़ 25 लाख रुपए का बिल जमा करवाना है. लेकिन यह राशि भी परिषद जमा नहीं करा पाई. डिस्कॉम के सहायक अभियंता नारायण सिंह राठौड़ ने बताया कि स्ट्रीट लाइट का बकाया बिल जमा नहीं कराने पर यह कनेक्शन काटा गया है.

पढ़ें: भाजपा पार्षदों ने लिया संविधान का सहारा...एक तिहाई से ज्यादा पार्षदों ने मेयर को दिया नोटिस,अब एक सप्ताह में करानी होगी बैठक

रोड लाइट कट होने से हमेशा जगमग रहने वाला गांधी चौराहा भी अंधेरे में डूबा रहा. साथ ही आबकारी रोड, एरियापति इलाका, एमजी रोड आदि इलाकों की रोड लाइटें बंद रहीं. शुरूआत में लोगों ने समझा कि कहीं फॉल्ट आया है, लेकिन सोशल मीडिया के माध्यम से यह बात फैल गई कि बिल जमा नहीं कराने के कारण स्ट्रीट लाइट का कनेक्शन काटा गया है. इस पर लोग नगर परिषद को कोसते नजर आये. सोशल मिडिया पर भी लोग नगर परिषद की लापरवाहियों को लेकर सवाल खड़े कर रहे हैं.

पढ़ें: बसेड़ी में विधायक ने की जनसुनवाई, पूर्व प्रधान ने यूपी के किसानों पर लगाया बिजली चोरी का आरोप

जिला मुख्यालय के बाद अब छोटीसादड़ी नगर में काटे कनेक्शन: छोटीसादड़ी उपखड़ की नगर पालिका प्रशासन की लापरवाही का खामियाजा यहां की जनता को भुगतना पड़ रहा है. पालिका के बिजली का बिल बकाया होने के कारण शहर की स्ट्रीट लाइटों और पनघट योजना के तहत लगे कुछ पेयजल बोरवेल का कनेक्शन विद्युत निगम ने काट दिया. ऐसे में शहर पूरी रात अंधेरे में रहा. छोटीसादड़ी नगरपालिका अध्यक्ष फातेमा बोहरा ने बताया कि बिजली निगम द्वारा बकाया राशि निकाली गई है. उसमें से लगभग 66 लाख रुपए पूर्व बोर्ड के बकाया चल रहे हैं. कोरोना महामारी के कारण राज्य सरकार द्वारा नगर पालिका को अनुदान प्राप्त नहीं हुआ है. इस कारण राशि बकाया हो गई है. इस संदर्भ में राज्य सरकार को पत्र लिखा है. अनुदान मिलने पर राशि जमा कर दी जाएगी. शहर में स्ट्रीट लाइट चालू करवाने के लिए उच्चाधिकारियों से वार्ता चल रही है. शीघ्र ही लाइट व्यवस्था को सुचारू करवाकर आमजन को राहत दिलाई जाएगी.

Last Updated : Mar 28, 2022, 10:49 PM IST
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