पाली. जिले के गुंदोज बारलाई फोरलेन पर गुरुवार को बड़ा हादसा हो गया था. हादसे में एक कंटेनर कार पर गिर गया था. मार्बल से भरा ये कंटेनर ओवरलोड था. इस हादसे के बाद अब प्रशासन का सख्त रुख दिखा रहा है.
जिम्मेदारों का ध्यान अब रोड पर होने वाले हादसों के कारणों पर जा रहा है. उस हादसे में भी मार्बल से भरे कंटेनर के ओवरलोड होने के तथ्य उजागर होने के बाद उपभोक्ता मामले विभाग की टीम ब्यावर पिंडवाड़ा फोरलेन तथा पीपलाद के टोल बूथों पर छापे मारने पहुंची. इस दौरान टीम ने टोल बूथों पर लगे वेट सिस्टम में गड़बड़ पाया गया. पता चला कि टोल नाकों पर पासवर्ड से भारी वाहनों के वजन में 2 से 3 टन का बदलाव किया जा रहा था.
पढ़ें- धौलपुर में बदहाल सड़क मार्ग बन रहे हादसों का सबब
रायपुर टोल बूथ पर विधिक माप विभाग की टीम ने अचानक दबिश दी. यहां सभी 10 लाइनों में गड़बड़ी पाई गई. इस पर इस सभी लाइनों को सीज कर किसी भी वाहन चालक से ओवरवेट वसूली करने पर रोक लगा दी है. इधर पिपलाद टोल पर भी भी 16 में से 14 लाइन में धांधली पाई जाने पर उन लाइनों को भी सीज कर दिया गया है.
रायपुर टोल प्लाजा पर विश्वकर्मा कंपनी के लगे दोनों कांटे भी सीज कर दिए गए हैं. विधिक माप विभाग के अधिकारी शनिवार रात को टोल प्लाजा पहुंचे थे. अधिकारियों ने देर रात टोल प्लाजा के सभी लाइनों और कांटो की जांच की. इन सभी में गड़बड़ पाई गई. बताया जा रहा है कि सभी टोल बूथ और कांटो को पासवर्ड दे रखे थे. जिससे कि पासवर्ड लगा कर वाहनों के वजन को 2 से 3 टन तक कम किया जा रहा था.