पाली. जिले में बढ़ रही प्रदूषण की समस्या की जांच करने के लिए राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण मंडल के सदस्य सचिव उदय शंकर अपनी नियुक्ति के बाद पहली बार पाली पहुंचे.
उन्होंने यहां पर प्रमुख प्रदूषण समस्या का गहनता से अध्ययन किया. साथ ही पाली की बांडी नदी और अन्य ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण भी किया. इस दौरान पाली की प्रदूषण की समस्या यहां पर तैयार की गई रिपोर्ट उन्होंने अधिकारियों के साथ चर्चा की और यहां पर अब तक हुए कार्यों के बारे में अधिकारियों और यहां के उद्यमियों से फीडबैक लिया. पाली में जिस प्रकार से एनजीटी ने प्रदूषण के मामले में सख्ती दिखाई है. उसी पर सदस्य सचिव ने भी कलकत्ता से उद्यमियों को लापरवाही नहीं करने के निर्देश दिए हैं.
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प्रदूषण नियंत्रण मंडल के सदस्य सचिव उदय शंकर ने एक दिवसीय दौरे के दौरान करीब 3 घंटे तक पाली के अलग-अलग स्थानों पर निरीक्षण किया. यहां पर वह प्लांट में स्थापित लैबोरेट्री, पायलट प्रोजेक्ट की रिपोर्ट, ट्रीटमेंट प्लांट की ट्रीट होने वाले पानी की क्वालिटी तथा जेडएलडी प्रोजेक्ट को लेकर बनाए जा रहे फाउंडेशन का निरीक्षण किया.
यहां पर सीईटीपी के पदाधिकारियों के साथ उन्होंने बैठक भी की. जिसमें पाली में अब किसी भी प्रकार से प्रदूषण बर्दाश्त नहीं करने की बात कही. उन्होंने उद्यमियों से भी इस संबंध में चर्चा की इसके अलावा उन्होंने प्रदूषण नियंत्रण मंडल के अधिकारियों को साफ तौर पर निर्देश दिए हैं कि अगर पाली में किसी भी प्रकार से एनजीटी के नियमों के साथ लापरवाही होती है तो वह अधिकारियों एवं बुद्धि में किसी के लिए उचित नहीं रहेगा.