पाली. निकाय चुनाव को लेकर पाली शहर के 65 वार्डों पर टिकट मांगने की सूची भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों के कार्यकर्ताओं की बहुत बड़ी थी. जिसके चलते दोनों ही पार्टियां नामांकन के अंतिम दिन तक अपने प्रत्याशियों की सूची जारी नहीं कर पाई और बाद में पार्टी को प्रत्याशियों के सिंबल अंतिम समय में सीधे निर्वाचन अधिकारी को सौंपने पड़े.
जिसके बाद अब निर्वाचन विभाग की ओर से नामांकन की जांच पूरी हो चुकी है. इस जांच में निर्वाचन विभाग ने 140 नामांकन खारिज कर दिए हैं. जिसमें 99 नामांकन कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस पार्टी के बैनर तले भरे थे. लेकिन उन्हें पार्टी की ओर से सिंबल नहीं मिलने पर निर्वाचन विभाग को उनके नामांकन को खारिज करना पड़ा.
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वहीं, अगर बात करें बीजेपी की तो बीजेपी के बैनर तले भी भाजपा के 20 कार्यकर्ताओं ने अपने नामांकन भरे थे. जिन्हें सिंबल नहीं मिलने पर निर्वाचन विभाग की ओर से उनका नामांकन खारिज कर दिया गया. इसके अलावा निर्दलीय, शिवसेना और बसपा के भी कई कारणों से नामांकन खारिज हुए हैं. निकाय चुनाव में टिकट के लिए दावेदारों की संख्या ज्यादा होने पर कार्यकर्ताओं के बीच होने वाले मनमुटाव और विवाद के चलते कई बार कांग्रेस के प्रदेश स्तरीय पदाधिकारियों को पाली आकर समझाइश करनी पड़ी थी.
वहीं, कार्यकर्ताओं ने पार्टी की लिस्ट जारी नहीं होने के चलते पार्टी के बैनर तले और निर्दलीय रुप से नामांकन दाखिल करवा दिए थे. हालांकि, नामांकन के अंतिम दिन कांग्रेस के पदाधिकारियों ने अपने 65 प्रत्याशियों की सूची के सिंबल सीधे ही निर्वाचन अधिकारी को सौंप दिए. जिसके बाद विभाग ने उन सभी प्रत्याशियों के नामांकन खारिज कर दिए जिन्होंने कांग्रेस के नाम से अपने नामांकन भरे थे.