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पालीः ग्रामीणों की मांग... स्कूल में खुले कला संकाय, शिक्षा विभाग ने खोल दिया विज्ञान संकाय

पाली के रोहट गांव के ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर के सामने विरोध प्रदर्शन किया. अपने बच्चों का भविष्य ग्रामीण खुद चुनना चाहते थे. लेकिन स्कूल प्रशासन उनके आड़े आ रहा है. जिससे ग्रामीणों में काफी आक्रोश है.

ग्रामीणों की मांग स्कूल के खुले कला संकाय, शिक्षा विभाग ने खोल दिया विज्ञान संकाय
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Published : Aug 5, 2019, 4:38 PM IST

पाली. जिले के रोहट उपखंड के सिणगारी गांव के ग्रामीणों ने सोमवार को जिला कलेक्टर के सामने विरोध जताया. ग्रामीणों का कहना था कि वहां लगातार उच्च माध्यमिक विद्यालय में कला संकाय खुलवाने की मांग थी.इसके लिए ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर को आज ज्ञापन सौंपा है.

ये भी पढ़ें- बांसवाड़ा : कुएं के पास खेलते-खेलते पानी में डूब गए बच्चे, 3 की मौत

ग्रामीण कई बार जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों के सामने गुहार लगा चुके हैं. लेकिन ग्रामीणों की मांग को शिक्षा विभाग ने पूरा नहीं किया. कला संकाय की जगह वहां पर विज्ञान संकाय खोल दिया. इसके चलते विज्ञान संकाय में मात्र 8 विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया है. विद्यालय में कला संकाय खोलने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है.

ग्रामीणों की मांग स्कूल के खुले कला संकाय, शिक्षा विभाग ने खोल दिया विज्ञान संकाय

सिणगारी गांव के ग्रामीणों ने बताया कि पिछले कई सालों से वे गांव में उच्च माध्यमिक स्कूल की मांग कर रहे थे. शिक्षा विभाग की ओर से गांव के माध्यमिक विद्यालय को क्रमोन्नत कर उच्च माध्यमिक विद्यालय बना दिया. लेकिन इस विद्यालय में कला संकाय खोलने के बजाय विज्ञान संकाय खोल दी. ऐसे में ग्रामीण बच्चों को कला संकाय पढ़ने के लिए 10 किमी दूर दूसरे विद्यालय में प्रवेश लेना पड़ रहा है.

पढ़ें - संविधान विशेषज्ञ सुभाष कश्यप से समझिए आर्टिकल 370 की हर बारीकी

ग्रामीणों का कहना है कि बच्चे कला संकाय की पढ़ाई करने के ज्यादा इच्छुक है. इसके बावजूद भी शिक्षा विभाग ग्रामीणों की मांग पर ध्यान नहीं दे रहे. ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर के सामने विद्यालय में कला संकाय खुलवाने की गुहार लगाई है.

पाली. जिले के रोहट उपखंड के सिणगारी गांव के ग्रामीणों ने सोमवार को जिला कलेक्टर के सामने विरोध जताया. ग्रामीणों का कहना था कि वहां लगातार उच्च माध्यमिक विद्यालय में कला संकाय खुलवाने की मांग थी.इसके लिए ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर को आज ज्ञापन सौंपा है.

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ग्रामीण कई बार जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों के सामने गुहार लगा चुके हैं. लेकिन ग्रामीणों की मांग को शिक्षा विभाग ने पूरा नहीं किया. कला संकाय की जगह वहां पर विज्ञान संकाय खोल दिया. इसके चलते विज्ञान संकाय में मात्र 8 विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया है. विद्यालय में कला संकाय खोलने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है.

ग्रामीणों की मांग स्कूल के खुले कला संकाय, शिक्षा विभाग ने खोल दिया विज्ञान संकाय

सिणगारी गांव के ग्रामीणों ने बताया कि पिछले कई सालों से वे गांव में उच्च माध्यमिक स्कूल की मांग कर रहे थे. शिक्षा विभाग की ओर से गांव के माध्यमिक विद्यालय को क्रमोन्नत कर उच्च माध्यमिक विद्यालय बना दिया. लेकिन इस विद्यालय में कला संकाय खोलने के बजाय विज्ञान संकाय खोल दी. ऐसे में ग्रामीण बच्चों को कला संकाय पढ़ने के लिए 10 किमी दूर दूसरे विद्यालय में प्रवेश लेना पड़ रहा है.

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ग्रामीणों का कहना है कि बच्चे कला संकाय की पढ़ाई करने के ज्यादा इच्छुक है. इसके बावजूद भी शिक्षा विभाग ग्रामीणों की मांग पर ध्यान नहीं दे रहे. ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर के सामने विद्यालय में कला संकाय खुलवाने की गुहार लगाई है.

Intro:पाली. जिले के रोहट उपखंड के सिणगारी गांव के ग्रामीणों ने सोमवार को जिला कलेक्टर के सामने अपना विरोध जताया। ग्रामीणों का कहना था कि वहां लगातार उच्च माध्यमिक विद्यालय में कला संकाय खुलवाने की मांग थी। इसको लेकर ग्रामीण कई बार जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों के सामने गुहार लगा चुके हैं। लेकिन ग्रामीणों की मांग को शिक्षा विभाग ने पूरा नहीं किया। और कला संकाय की जगह वहां पर विज्ञान संकाय खोल दिया। इसके चलते विज्ञान संकाय में मात्र 8 विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया है। विद्यालय में कला संकाय खोलने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।


Body:सिणगारी गांव के ग्रामीणों ने बताया कि पिछले कई सालों से ग्रामीण गांव के गांव में उच्च माध्यमिक स्कूल की मांग कर रहे थे। शिक्षा विभाग की ओर से गांव के माध्यमिक विद्यालय को क्रमोन्नत कर उच्च माध्यमिक विद्यालय बना दिया। लेकिन इस विद्यालय में कला संकाय खोलने के बजाय विज्ञान संकाय खोल दी। ऐसे में ग्रामीण बच्चों को कला संकाय पढ़ने के लिए 10 किमी दूर दूसरे विद्यालय में प्रवेश लेना पड़ रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि ग्रामीण बच्चे कला संकाय की पढ़ाई करने के ज्यादा इच्छुक है। इसके बावजूद भी शिक्षा विभाग ग्रामीणों की मांग पर ध्यान नहीं दे रहे। ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर के सामने विद्यालय में कला संकाय खुलवाने की गुहार लगाई है।


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