पाली. कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के बीच पाली प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आई है. सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में पाली में गत दिनों कोरोना संक्रमित 5 मरीजों की मौत के बाद उनकी अस्थियों को पाली की प्रदूषित बांडी नदी में बहा देने का मामला सामने आया है.
प्रशासन की ओर से 3 दिन पहले इन अस्थियों को आधी रात को जेसीबी से नदी में गड्डा खुदवाकर डाला जा रहा था. इस दौरान प्रशासन की इस गतिविधि का वीडियो उतार लिया गया. इस वीडियो के सामने आने के बाद प्रशासनिक अधिकारी इस में लीपा-पोती करते नजर आए.
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आपको बता दें कि संक्रमित मरीजों की मौत के बाद उनका दाह संस्कार हिंदू सेवा मंडल में स्थापित विद्युत शवदाह गृह में किया गया था. इसके बाद प्रशासन की ओर से मृतकों की अस्थियों को नगर परिषद को सौंप दिया गया. तीन दिन पहले रात करीब 12 बजे दो सफाई कर्मचारी पीपीई किट पहनकर अपने हाथ में एक प्लास्टिक थैली में भरी हुई अस्थियां छोटी मटकी में लेकर मस्तान बाबा स्थित अग्निशमन केंद्र से निकलते नजर आए.
बांडी नदी में पहले से ही जेसीबी लेकर नगर परिषद कर्मचारी पहुंच चुका था. पहले गड्ढा खोदा गया बाद में प्लास्टिक में भरी हुई छोटी मटके में डाली हुई अस्थियों को गंदे पानी में डालकर वापस मिट्टी भरकर उसमें समतल कर दिया गया. चौंकाने वाली बात तो यह है कि अस्थियां उस जगह पर विसर्जित की गईं. जहां गंदगी पड़ी हुई है, इस दौरान सफाई कर्मचारियों से पूछने पर उनका कहना है कि कोरोना पॉजिटिव मृतक की अस्थियां दी गई हैं. इसलिए वे इसे दफना रहे हैं.