नागौर. जिले के श्री बलदेव राम मिर्धा राजकीय महाविद्यालय में राजस्थान राज्य भारत स्काउट और गाइड जिला मुख्यालय नागौर के तत्वावधान में जिला स्तरीय स्काउट गाइड ईको क्लब प्रभारियों की आमुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यशाला के मुख्य अतिथि पद्मश्री हिम्मता राम भाम्भू और विशिष्ट अतिथि एडीपीसी समसा बस्तीराम सांगवा रहे.
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सीओ स्काउट एम असफाक पंवार के अनुसार वन एवं पर्यावरण व जलवायु मंत्रालय भारत सरकार के सौजन्य से नेशनल ग्रीन कोर योजना का संचालन किया गया. इसके तहत जिले के 250 विद्यालयों में ईको क्लबों का गठन किया गया है. इन ईको क्लबों में 8000 सदस्यों के माध्यम से पर्यावरण जनचेतना कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है.
पद्मश्री हिम्मता राम भाम्भू ने बताया कि कार्यशाला में ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन जैसी ज्वलंत समस्याओं पर चर्चा की गई. उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण करना हम सबका दायित्व तो है ही यह पुण्य का कार्य भी है. उन्होंने इको क्लब के वार्षिक कार्यक्रम को जारी करते हुए सभी ईको क्लबो के कार्यक्रम अनुसार वर्ष पर्यंत अपने-अपने विद्यालयों के ईको क्लबों के माध्यम से नियमित रूप से कार्य करने के निर्देश दिए. उन्होंने इस पुण्य कार्य के लिए विद्यालयों के स्काउट्स गाइड्स को प्रेरित करने पर जोर दिया.
सहायक वन संरक्षक सुनील कुमार ने कहा कि ईको क्लब विद्यालयों में जो भी संसाधन उपलब्ध है उनका समुचित उपयोग करते हुए पर्यावरण चेतना और संरक्षण की गतिविधि करवाने के साथ-साथ स्थानीय समुदाय का भी सहयोग लेना होगा. कार्यशाला में सीओ गाइड मीनाक्षी भाटी ने नेशनल ग्रीनकोर योजना की पृष्ठभूमि ओर उदेश्य को स्पष्ट करने के साथ ही जल प्रबंधन, जैव विविधता आदि विषयों की जानकारी दी.
होली पूर्व शुद्ध के लिए युद्ध अभियान शुरू
नागौर जिले मे होली के त्योहार पर खाद्य पदार्थों की अधिक खपत के चलते इनकी गुणवत्ता सही रहे, इसके लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से शुद्ध के लिए युद्ध अभियान शुरू किया गया है. जिला कलेक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार के निर्देशानुसार जिले में सोमवार से शुरू किए गए शुद्ध के लिए युद्ध अभियान के पहले दिन कई खाद्य व्यापारिक प्रतिष्ठानों का खाद्य सुरक्षा अधिकारी की ओर से निरीक्षण किया गया.
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. मेहराम महिया ने बताया कि शुद्ध के लिए युद्ध अभियान के तहत पहले दिन खाद्य सुरक्षा अधिकारी राजेश जांगिड़ और उनकी टीम ने दूध बर्फी, पनीर और घी के सैम्पल लिए. इन सैम्पलों को जांच के लिए प्रयोगशाला में भेजा जाएगा. महिया ने बताया कि सभी मिठाई निर्माता व विक्रेता मिठाईयों की ट्रे पर निर्माण तिथि व बेस्ट बिफोर उपभोग की तिथि अंकित करेंगे. इसके साथ-साथ सभी प्रकार के खाद्य पदार्थों में किसी भी मिलावट बर्दाश्त नहीं की जाएगी, इसके लिए सघन निरीक्षण होगा.