नागौर. जिले के मूंडवा में अंबुजा सीमेंट की मनमानी के खिलाफ एक बार फिर से ग्रामीणों का विरोध शुरू हो चुका है. ग्रामीणों के मुताबिक अंबुजा कंपनी इलाके में जमीनों पर अतिक्रमण कर रही है और इसी अतिक्रमण के खिलाफ मंगलवार को तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा गया है.
ग्रामीणों ने ज्ञापन में कहा है कि मूंडवा में रीको की ओर से अंबुजा को 2006 में 1203 बीघा जमीन को अधिग्रहण किया गया. लेकिन प्लांट लगाने के लिए और अंबुजा के सीमेंट संयंत्र के लिए अब तक केंद्रीय वन एवं पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय की एनओसी प्रमाणपत्र अब तक जारी नहीं की गई है. इसके बावजूद अंबुजा ने सीमेंट संयंत्र का कार्य शुरू कर दिया है.
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बता दें कि प्रस्तावित संयंत्र में रोजाना नौ सौ टन टिंकर ग्लाइडिंग (पत्थर पिसाई) होगी. इसी के चलते अब ग्रामीण और किसान संघ इसका विरोध कर रहे है. इस पर ग्रामीणों का कहना है कि कंपनी का प्लांट लगाने से यहा का वातावरन दूषित होने का खतरा है, वहीं कम्पनी धीरे-धीरे गांव की जमीनों पर अतिक्रमण कर रही है. दूसरी ओर अंबुजा के सीमेंट संयंत्र के लिए केंद्रीय वन एवं पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय की एनओसी प्रमाणपत्र को लेकर अंबुजा के मैनेजर ने पत्र भेजकर जानकारी मांगी है. उसके बाद ही अंबुजा के सीमेंट संयंत्र एनओसी की स्थिति साफ होगी.
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साथ ही कहा कि हमने अंबुजा के प्लांट मैनेजर से कई बार बात करने की कोशिश की और अपना पक्ष रखने को कहा लेकिन उन्होंने मना कर दिया. वहीं इस बारे में स्थानीय तहसीलदार का कहना है कि मूंडवा में सीमेंट प्लांट का विरोध ग्रामीण बरसों से कर रहे है, लेकिन आज तक उनके इस विरोध को लेकर सरकार ने गंभीरता नहीं दिखाई है. ऐसे में ग्रामीणो का कहना है कि अगर उनकी सुनवाई नहीं हुई तो ग्रामीण बड़े स्तर पर आंदोलन करने पर मजबूर होंगे.