नागौर. कुचामन पंचायत समिति क्षेत्र के सवाईपुरा गांव के ग्रामीणों ने शनिवार को चौथे चरण में नारायणपुरा ग्राम पंचायत के चुनाव में मतदान का बहिष्कार किया है. ग्रामीणों को समझाने के लिए पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी भी पहुंचे, लेकिन ग्रामीणों ने उनकी एक नहीं सुनी और मतदान का बहिष्कार करने की घोषणा कर दी. गांव में 400 मतदाता हैं और सभी ने इस बार पंचायत चुनाव में वोट नहीं दिया है.
ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने पहले ही सवाईपुरा गांव को नारायणपुरा ग्राम पंचायत की जगह मंडावरा ग्राम पंचायत में रखने की मांग की थी, लेकिन उनकी मांग पर गौर नहीं किया गया. इसलिए उन्होंने शनिवार को हो रहे मतदान का बहिष्कार करने का फैसला लिया है.
ग्रामीणों का कहना है कि सवाईपुरा गांव से ग्राम पंचायत मुख्यालय नारायणपुरा की दूरी करीब 20 किमी है, जबकि मंडावरा ग्राम पंचायत मुख्यालय उनके गांव से महज 12 किलोमीटर ही है. इसी आधार पर उन्होंने अपने गांव को मंडावरा ग्राम पंचायत में रखने की मांग की थी, लेकिन उनकी मांग नहीं मानी गई. इसलिए वे यह कठोर फैसला ले रहे हैं.
ग्रामीणों की ओर से पंचायत चुनाव का बहिष्कार करने के फैसले की जानकारी मिलने पर डीडवाना एएसपी संजय गुप्ता और कुचामन एसडीएम बाबूलाल जाट सवाईपुरा गांव पहुंचे और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण अपने फैसले को बदलने के लिए तैयार नहीं हुए.
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इस पूरे मामले को लेकर कुचामन सिटी एसडीएम बाबूलाल जाट का कहना है कि सवाईपुरा गांव के ग्रामीणों ने उनके गांव को मंडावरा ग्राम पंचायत में शामिल करने का ज्ञापन पूर्व में दिया था. इसके आधार पर हमने प्रस्ताव बनाकर राज्य सरकार को भेज दिया था, लेकिन फिलहाल उस प्रस्ताव पर कोई फैसला नहीं हुआ है.