नागौर. रास्ता खोलो अभियान के तहत सोमवार को 31 रास्ते खुलवाए गए. सोमवार को खुलवाए गए रास्तों का नाम बिटिया गौरव पथ रखा गया है. जिस पर हर साल शिक्षा या अन्य क्षेत्रों में उत्कृष्ट काम करने वाली लड़कियों के नाम लिखे जाएंगे. जिससे की दूसरी लड़कियों को भी प्रेरणा मिले. जिला कलेक्टर जितेंद्र कुमार सोनी ने करीब एक महीने पहले नवाचार करते हुए बंद रास्तों को खोलने के लिए विशेष अभियान शुरू किया था.
इसके तहत गांवों और ढाणियों में बंद पड़े रास्तों को खुलवाया जा रहा है. कई विवादित रास्ते खुलने से जहां ग्रामीणों को राहत मिली है. वहीं, कई किसानों को अपने खेत तक जाने का रास्ता भी मिल गया है. इस अभियान के चौथे चरण में जिले में अलग-अलग स्थानों पर 31 रास्ते खुलवाए गए और इन्हें बिटिया गौरव पथ नाम दिया गया. इन रास्तों पर शिक्षा या अन्य किसी क्षेत्र में गांव का नाम रोशन करने वाली बेटियों के नाम के बोर्ड लगवाए गए हैं.
कलेक्टर ने प्रेस नोट में बताया कि इस अभियान के चौथे चरण में नागौर, डीडवाना, परबतसर और रियांबड़ी में तीन-तीन रास्ते खुलवाए गए हैं. खींवसर और डेगाना में चार रास्ते खुलवाए गए हैं. जबकि जायल, लाडनूं, नावां, मकराना और मेड़ता में दो-दो और कुचामन में एक रास्ता खुलवाया गया है. रास्ता खुलवाने में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ-साथ पुलिस की भी मदद ली गई.
कलेक्टर ने बताया कि इस अभियान के तहत खुलवाए गए रास्तों को बिटिया गौरव पथ का नाम दिया गया है. यहां लगी पट्टिकाओं पर गांव की मेधावी बेटियों के नाम हर साल बदल-बदलकर लिखे जाएंगे. जिससे की बेटियां गौरवान्वित महसूस कर सके और अन्य बच्चों को भी प्रेरणा मिले. उन्होंने बताया कि इस अभियान के तहत अब तक 138 बंद पड़े या अतिक्रमण वाले रास्ते जिलेभर में खुलवाए गए हैं.