कुचामन सिटी. ऊर्जा संरक्षण के महत्व पर संदेश फैलाने और ऊर्जा दक्षता एवं संरक्षण में राष्ट्र की उपलब्धियों को प्रदर्शित करने के लिए प्रति वर्ष 14 दिसंबर को राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस मनाया जाता है. लेकिन कुचामन सिटी में पिछले कई महीनों से शहर की कई कॉलोनियों में रोड लाइट्स दिन रात चालू रहती हैं.
इस बारे में कई बार मीडिया ने भी जिम्मेदार लोगों को अवगत कराया, लेकिन इस ओर कोई ध्यान नही दिया जा रहा है. राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस के दिन भी शहर में कई जगह रोड लाइट्स दिन में भी जल रही हैं. जिससे ऊर्जा की क्षति हो रही है.
परिषद की ओर से बिजली बचाने में लापरवाही बरती जा रही है. शहर के बिजली के खंभों पर स्ट्रीट लाइटें लगी हुई हैं. परिषद का काम रात को इन स्ट्रीट लाइटों को जलाने के बाद सुबह बंद करना है, इन लाइटों के संचालन के लिए परिषद द्वारा ठेका भी दिया गया है. ठेकेदार की ड्यूटी बनती है कि वह अपने कर्मचारियों को लगाकर इन स्ट्रीट लाइटों को समय पर बन्द और चालू करने की व्यवस्था की जाए. लेकिन ठेकेदार की लापरवाही के कारण निगम को लाखों रुपए का चूना लग रहा है.
परिषद पर विद्युत निगम का लाखों रुपये का बिजली का बिल भी बकाया है, जिसका भुगतान परिषद को ओर से नहीं किया गया है. फिलहाल हमने ऊर्जा संरक्षण दिवस को लेकर कुचामन उपखंड अधिकारी से इस मामले में बात करनी चाही तो उन्होंने इनकार कर दिया.