नागौर. कोरोना वायरस से संक्रमित देश की सबसे छोटी बेटी ने शुक्रवार को इस महामारी पर जीत हासिल कर ली है. लगातार दो जांच रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद इस बच्ची को राजकीय जेएलएन अस्पताल से छुट्टी देकर परिजनों को सौंप दिया. इस मासूम के स्वस्थ होकर लौटने पर परिजनों के साथ ही डॉक्टर्स और अन्य चिकित्साकर्मियों ने भी खुशी जाहिर की है.
जानकारी के अनुसार बासनी गांव का एक व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव आया तो उसकी गर्भवती पत्नी का सैंपल भी जांच के लिए भेजा गया और उसे राजकीय जेएलएन अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर लिया गया. जहां महिला ने 15 अप्रैल को इस बच्ची को जन्म दिया था. जिसके अगले दिन रिपोर्ट आई, तो इस महिला के कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई.
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इस पर 16 अप्रैल को ही एक दिन की नवजात बच्ची का सैंपल जांच के लिए भेजा गया. जिसकी रिपोर्ट 20 अप्रैल को आई तो यह बच्ची भी कोरोना संक्रमित पाई गई. इसके बाद से नागौर के जेएलएन अस्पताल में डॉक्टर इस बच्ची का उपचार कर रहे थे. अब लगातार दो जांच रिपोर्ट आने नेगेटिव आने पर परिजनों के साथ ही अस्पताल के डॉक्टर और अन्य चिकित्साकर्मियों ने भी खुशी जाहिर की है.
इस नवजात बच्ची को शुक्रवार को अतिरिक्त सीएमएचओ डॉ. शीशराम चौधरी की मौजूदगी में परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया है. जन्म लेते ही कोरोना वायरस के संक्रमण की चपेट में आई इस बच्ची के ठीक होने पर अब चिकित्साकर्मियों, चिकित्सा विभाग के अधिकारियों और प्रशासनिक अधिकारियों ने भी खुशी जाहिर की है.