नागौर. नगर परिषद के वर्तमान कार्यकाल की साधारण सभा की आखिरी बैठक सभापति मांगीलाल भाटी की अध्यक्षता में आयोजित हुई. बैठक में कुछ बिंदुओं को छोड़कर अन्य पर नाम मात्र की चर्चा की गई. ऐसे में कहा जा सकता है कि साधारण सभा की आखिरी बैठक की सिर्फ औपचारिकता निभाई गई. बैठक के दौरान भाजपा पार्षद सरोज प्रजापति और सभापति मांगीलाल भाटी के बीच नोकझोंक भी हुई.
नागौर नगर परिषद के कांग्रेस के बोर्ड के कार्यकाल की आखिरी साधारण सभा की बैठक की शुरुआत में नागौर शहर के सभी पार्षदों को साफा पहनाकर अभिनंदन किया. वहीं, महिला पार्षदों को शॉल भेंट की गई. बैठक में उपसभापति इस्लामुद्दीन, आयुक्त जोधाराम विश्नोई, पार्षद गण और अधिकारी मौजूद रहे.
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इस दौरान आयुक्त जोधाराम विश्नोई ने बैठक के एजेंडे में शामिल शहर की सफाई व्यवस्था, बख्ता सागर तालाब में पुराना पंप हाउस निर्माण, कचरा परिवहन के लिए 24 नई टैक्सी खरीदने और हाई मार्क्स लाइट के साथ लोगों को कोरोना के प्रति जागरूक करने के लिए जागरूकता अभियान चलाने के साथ ही नागौर शहर में नवीन विकास कार्यों को लेकर चर्चा की. बैठक मैं एसडब्ल्यूएम रूल्स 2019, कचरा निस्तारण, कच्ची बस्ती नियमन, स्टेट ग्रांट एक्ट और नियमन संबंधित पत्रावलियों के एजेंडे भी शामिल किए गए.
बैठक में उस वक्त कुछ तनाव उत्पन्न हुआ, जब भाजपा पार्षद सरोज प्रजापत ने सभापति मांगीलाल भाटी पर विकास कार्यों में भेदभाव करने के आरोप लगाए. वहीं, अपने ऊपर लगे आरोपों को सभापति मांगीलाल भाटी ने नकारते हुए जवाब दिया. साथ ही भाजपा पार्षद पर विकास कार्यों में सहयोग नहीं करने का आरोप लगाते हुए उन्हें कठघरे में खड़ा कर दिया.
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बता दें कि हाउसिंग बोर्ड इलाके में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाए जा रहे प्रोजेक्ट कार्य में वार्ड-24 में एक साल पहले भाजपा पार्षद सरोज प्रजापत ने विरोध किया था. तभी से बोर्ड के सभापति और आयुक्त पर हाउसिंग बोर्ड इलाके के पार्क सहित अन्य विकास कार्यों पर प्रजापत ने आरोप लगाना शुरु किया था, जो आखिरी बैठक में जारी रहा.