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महिला अपराध ने कैसे बढ़ाई नागौर पुलिस की टेंशन, जानिए.... - nagore news

नागौर जिले में साल 2018 के मुकाबले साल 2019 में महिला अत्याचार के मामलों में बढ़ोतरी हुई है. 2018 के मुकाबले 2019 में 426 FIR ज्यादा दर्ज हुई हैं. ऐसे में नागौर पुलिस की भी टेंशन बढ़ गई है.

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महिला अत्याचार के बढ़ते मामले
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Published : Feb 6, 2020, 12:18 PM IST

नागौर. नागौर जिला पुलिस की ओर से 2019 का रिपोर्ट कार्ड पेश किया गया. साल 2018 में कुल 871 मुकदमे दर्ज हुए थे, जबकि साल 2019 में 1297 FIR दर्ज हुई थी.अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामकुमार कस्वां ने बताया, कि महिला अत्याचार के मामले में दहेज प्रताड़ना, अपहरण, बलात्कार, छेड़छाड़ के 2018 में 871 मुकदमे दर्ज हुए थे. जिसमें 59 मुकदमें अब भी पेंडिंग हैं.

महिला अत्याचार के बढ़ते मामले

यह भी पढ़ें: नागौरः राज्य स्तरीय ड्रामा प्रतियोगिता में आमेट की स्कूल ने मारी बाजी

वहीं 433 मुकदमों का पुलिस ने कोर्ट में चालान पेश किया है. 379 मामले झूठे पाए गए हैं. साल 2019 में 1297 मुकदमे दर्ज हुए थे, जिसमें 637 में पुलिस ने चालान पेश किया है और 557 मामले झूठे पाए गए. 103 मामले की अभी जांच जारी है. लेकिन महिला उत्पीड़न पर अंकुश अबतक नहीं लग पाया है.

नागौर. नागौर जिला पुलिस की ओर से 2019 का रिपोर्ट कार्ड पेश किया गया. साल 2018 में कुल 871 मुकदमे दर्ज हुए थे, जबकि साल 2019 में 1297 FIR दर्ज हुई थी.अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामकुमार कस्वां ने बताया, कि महिला अत्याचार के मामले में दहेज प्रताड़ना, अपहरण, बलात्कार, छेड़छाड़ के 2018 में 871 मुकदमे दर्ज हुए थे. जिसमें 59 मुकदमें अब भी पेंडिंग हैं.

महिला अत्याचार के बढ़ते मामले

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वहीं 433 मुकदमों का पुलिस ने कोर्ट में चालान पेश किया है. 379 मामले झूठे पाए गए हैं. साल 2019 में 1297 मुकदमे दर्ज हुए थे, जिसमें 637 में पुलिस ने चालान पेश किया है और 557 मामले झूठे पाए गए. 103 मामले की अभी जांच जारी है. लेकिन महिला उत्पीड़न पर अंकुश अबतक नहीं लग पाया है.

Intro:नागौर में महिला अत्याचार के बढ़ते मामले

एकर _ नागौर जिले में महिला अत्याचार के मामलों में पिछले साल के मुकाबले महिला अत्याचार के मामलों में वृद्धि हुई है ।
2018 मे दर्ज हुए मुकदमे के बाद 2019 में दर्ज मामलों में 426 FIR की बढ़ोतरी होने से नागौर पुलिस की नींद उड़ी हुई ।


Body:महिला उत्पीड़न के मामले में सरकार ने महिला सुरक्षा को लेकर कई ठोस कदम भी उठाए हैं ।

लेकिन FIR पहले तो पुलिस दर्ज करने में ही आनाकानी करती है, और दर्ज भी कर लेती है तो ज्यादातर मामलों में पुलिस अधीक्षक कार्यालय के फरियादी चक्कर लगाने पड़ते हैं ।

नागौर जिला पुलिस की ओर से 2019 का रिपोर्ट कार्ड पेश किया गया इसमें नागौर जिले में दर्ज हुए मुकदमे वर्ष 2018 के मुकाबले मुकदमों में बढ़ोतरी हुई है आईपीसी 2018 में कुल 871 मुकदमे दर्ज हुए जबकि वर्ष 2019 में 1297 एफ आई आर दर्ज हुई थी ।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामकुमार कस्वां ने बताया कि महिला अत्याचार के दहेज प्रताड़ना अपहरण बलात्कार छेड़छाड़ के 2018 में 871 मुकदमे दर्ज हुए जिसमें 59 मुकदमें पेंडिंग है । वही 433 में पुलिस ने चालान कोर्ट में पेश किया है । वहीं 379 मामले झूठे पाए गए हैं । वहीं 2019 में 1297 मुकदमे दर्ज हुए थे। जिसमें 637 में पुलिस ने चालान पेश किया है वहीं 557 मामले झूठे पाए गए 103 मामले अभी जांच जारी है । लेकिन महिला उत्पीड़न पर अंकुश नहीं लग पाया है ।






Conclusion:नागौर में बेटियां महिलाएं और किशोरियों में महफूज नहीं है साल दर साल महिलाओं और किशोरियों के प्रति अपराध लगातार बढ़ता जा रहा है । तमाम दावों और सुरक्षा इंतजाम के बावजूद भी महिला अपराध में बढ़ोतरी नागौर पुलिस के लिए चिंता का विषय है ।

बाइट - रामकुमार कस्वां, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, नागौर
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