कोटा. प्रदेश के यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा बुधवार को कोटा दौरे पर आए. यहां पर उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि कोटा में हुए विकास कार्यों के संबंध में उन्हें कई शिकायतें मिल चुकी हैं. यहां तक अभी भी शिकायत का क्रम जारी है. सभी की जांच करवाई जाएगी. इसके साथ ही उन्होंने चंबल के हेरिटेज रिवरफ्रंट पर पूर्व मंत्री शांति धारीवाल और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मूर्ति लगाने को गलत बताया.
मंत्री खर्रा ने कहा कि यह पूरी तरह से अनियमित और गलत है. इस तरह के काम करने वाले लोगों को भी कोटा की जनता ने जीता दिया. लगता है कोटा की जनता उनके बहकावे में आ गई थी. जिस विषय में मुझे शिकायत मिलती है, मैं पहले अपने स्तर पर जानकारी जुटाता हूं. उसके बाद अधिकारियों से पूछता हूं व मीटिंग भी करता हूं. मेरी उपलब्ध करवाई गई जानकारी मैं कोई अंतर होता है, तो फिर उसी के मुताबिक आगे कार्रवाई करता हूं.
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खर्रा ने कहा कि कोटा पहली बार आया हूं, मुझे भी पता है कि शिकायत यहां की बहुत है. कुछ शिकायत मेरे पास पहुंची भी है. पहले आज अधिकारियों से बात करके उनका स्पष्टीकरण लूंगा. पूर्व मंत्री का शहर है व विधानसभा क्षेत्र के विधायक हैं. इसके साथ ही झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि शांति धारीवाल ने पूरे प्रदेश का पैसा कोटा में लाकर लगाया है. राजस्थान के बाकी नेताओं का हक मार के उन्होंने काफी पैसा कोटा में लगाया है, उसका कितना सदुपयोग हुआ है. यह जानकारी लूंगा.
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इससे पहले पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल के नेतृत्व में उनके नयापुरा कार्यालय पर खर्रा का स्वागत किया गया. इस दौरान कई कार्यकर्ताओं ने उन्हें कोटा में बीते शासन में हुई अनियमितता का हवाला भी दिया. इसके अलावा विस्थापन में भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं को लाभ देने का आरोप लगाया है. इसके बाद में सर्किट हाउस पहुंचे जहां पर भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष कृष्ण कुमार सोनी रामबाबू के नेतृत्व में उनका स्वागत किया गया. इसके बाद जिला परिषद के सभागार में अधिकारियों की बैठक लेने पहुंच गए.
3 घंटे में मंगवाई विश्व की सबसे बड़े घंटे की जानकारी: खर्रा ने यह भी कहा कि जितनी चर्चा कोटा के विकास की है, इतनी ही चर्चा यहां पर हुए भ्रष्टाचार की भी है. इसके साथ ही मीटिंग में अधिकारियों से विश्व के सबसे बड़े घंटे के संबंध में जानकारी मांगी. साथ ही कहा कि मैं 3 घंटे कोटा ही हूं, इसकी पूरी जानकारी लेकर मेरे पास आएं. साथ ही कहा कि पहले कोटा की संपूर्ण जानकारी ली जाएगी और इसके बाद ही रिवरफ्रंट और अन्य निर्माण के सेकंड फेज पर बात होगी. विकास सतत प्रक्रिया है, इसे रोका नहीं जाएगा.
सफाई के मामले में भी अधिकारियों को चेताया: सफाई के मामले पर मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने अधिकारियों को चेताया और कहा कि कान खोलकर सुन लिया जाए. सफाई के मामले में अगर कोई कोताही बरती गई है, तो उसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर सख्त एक्शन लिया जाएगा. पट्टों की पेंडेंसी को तुरंत खत्म करने के लिए निर्देश जारी किए हैं. पुनर्वास के संबंध में भी पूरी जांच रिपोर्ट उन्होंने तत्काल मंगाई है. इसमें पुरोहितजी की टापरी व जेके लोन अस्पताल के सामने दुकानों का आवंटन की सूची भी मंगवाई है. इसके साथ ही कामयाब कोटा को लांच किया और कहा कि इसमें कोई भी अधिकारी लापरवाही नहीं बरतेगा.
अधिकारियों को ईमानदारी से करना होगा काम-खर्रा: बुधवार को जयपुर से कोटा जाते समय बून्दी टनल के बाहर पूर्व विधायक अशोक डोगरा के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं ने खर्रा का स्वागत किया. इस दौरान नगर परिषद पार्षदों और कार्यकर्ताओं ने नगर परिषद आयुक्त के खिलाफ की गई कार्य नहीं करने की शिकायत पर मंत्री ने कहा कि अगर आयुक्त को नौकरी करनी है, तो उसे ईमानदारी से कार्य करना होगा. सरकार आमजन के कार्य पूर्ण ईमानदारी के साथ करेगी. शहर में जो भी विकास कार्य करवाए जाएंगे, वह पूर्व विधायक डोगरा की निगरानी में होंगे. उन्होंने कहा कि शहर की जो भी समस्या हो, वह पूर्व विधायक डोगरा को बताएं. वह आपकी बात सरकार तक पहुंचाएंगे और कार्य करवाएंगे.
व्यापार महासंघ ने दिया बूंदी की दुर्दशा पर ज्ञापन: वहीं मंत्री को बूंदी की दुर्दशा को लेकर व्यापार महासंघ के प्रतिनिधि मंडल ने ज्ञापन सौंपा. महासंघ प्रवक्ता माधव प्रसाद विजयवर्गीय ने बताया कि व्यापार महासंघ द्वारा दिए गए ज्ञापन में बूंदी के पर्यटक स्थल जैसे नागर सागर कुण्ड, रानी जी बावड़ी, पुरातात्विक महत्व के गेट चौगान दरवाजा, लंका गेट दरवाजा, मीरा गेट दरवाजा के अतिक्रमण हटवाने, चौपाटी बाजार को आजाद पार्क में स्थाई जगह आवंटित किए जाने, जैत सागर झील व नवल सागर झील की सफाई करवा कर सौंदर्यकरण करवाने सहित कई समस्याऐं सम्मिलित हैं.