कोटा. शहर में एक निलंबित असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर ने गोलीबारी (ASI firing in Kota) की. इसमें एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसे कोटा के झालावाड़ रोड स्थित निजी अस्पताल में भर्ती करवाया है. घायल युवराज आईसीयू में भर्ती है और उसका इलाज चल रहा है. घटना शुक्रवार देर रात की है. इस मामले में पुलिस ने पीड़ित का बयान प्राइवेट अस्पताल में जाकर दर्ज किया. पुलिस ने बताया कि दोनों बीच (firing and property quarrel in kota) प्रॉपर्टी को लेकर विवाद चल रहा है.
आरोपियों पर केस दर्ज: इस मामले में पीड़ित पक्ष की शिकायत पर रणवीर सिंह, सुजान सिंह, रविंद्र सिंह उर्फ सिंटू और डॉ. इकरार पर मुकदमा दर्ज किया गया है. आरोपी रविंद्र सिंह उर्फ चिंटू और पीड़ित युवराज कजिन भाई-बहन बताए जा रहे हैं. दादाबाड़ी थाने के एएसआई धन सहाय का कहना है कि इस मामले में पीड़ित के बयान लिया गया है और मुकदमा भी दर्ज कर लिया गया है.
क्या है पूरा मामला जानिए: इस पूरे प्रकरण पर पुलिस उप अधीक्षक प्रथम अमर सिंह राठौड़ का कहना है कि युवराज सिंह के गोली लगी है और हमलावर भी उसके रिश्तेदार बताए जा रहे हैं. मामला प्रॉपर्टी विवाद से जुड़ा हुआ है. आरोपी रणवीर सिंह पुलिस ने ही सहायक उपनिरीक्षक के पद पर कार्यरत है. उस पर एसीबी ने रिश्वत के मामले में ट्रैप की कार्रवाई की थी.
राठौड़ के अनुसार कैथूनीपोल निवासी युवराज सिंह नरूका का भूखंड को लेकर विवाद निलंबित एएसआई रणवीर सिंह से चल रहा है. शुक्रवार पूरे दिन इनमें फोन पर गाली-गलौच और विवाद चल रहा था. युवराज सिंह अपने दूसरे मकान शिवपुरा इलाके में गए थे. वहां से वापस निकलते समय शुक्रवार देर रात उस पर फायरिंग की गई. गोली उसके पेट में लगी है. उन्होंने कहा कि जिस भूखंड को लेकर विवाद है वह शिवपुरा इलाके में स्थित है. उसकी कीमत भी 50 लाख रुपए के आसपास बताई जा रही है.
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ASI ने गैंगस्टर को बताया था अपना चेला: एएसआई रणवीर सिंह 2 साल पहले इटावा थाने में तैनात था. इस दौरान एक धोखाधड़ी के मुकदमे में परिवादी के परिचितों को गिरफ्तार नहीं करने के लिए 40 हजार की रिश्वत मांगी. रिश्वत लेते वक्त एसीबी ने उसे ट्रैप किया था, लेकिन रणवीर मौके से फरार हो गया था. कुछ दिन बाद एसीबी ने एएसआई रणवीर गिरफ्तार किया था. इस मामले में तत्कालीन एसपी चौधरी ने रणवीर को निलंबित कर दिया था. बताया जाता है कि रिश्वत के मामले के सत्यापन के दौरान परिवादी को निलंबित एएसआई रणवीर सिंह ने धमकाया था. उसने कहा था कि गैंगस्टर शिवराज सिंह और गुड्डू गावड़ी उसके चेले है. अगर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो से शिकायत की, तो तुझे देख लूंगा और तेरी ऐसी की तैसी करवा दूंगा.