कोटा. सांगोद नगर पालिका चेयरमैन देवकीनंदन राठौर ने एससी एसटी एक्ट में दर्ज हुए मामले के बाद सरेंडर किया था. जिसके बाद पुलिस ने उन्हें तुरंत गिरफ्तार कर लिया. पुलिस उपाधीक्षक रामेश्वर परिहार उन्हें लेकर कोटा आए, जहां पर उन्हें न्यायालय में पेश किया गया.
राठौर 23 अक्टूबर तक न्यायिक अभिरक्षा में रखा जाएगा. उन्होंने अपनी जमानत अर्जी भी न्यायालय में दाखिल की है. जिस पर न्यायालय कल सुनवाई करेगा. दरअसल मुर्दा मवेशी ठेकेदार से मारपीट और गाली गलौज करने के मामले में गिरफ्तार किए नगर पालिका चेयरमैन देवकीनंदन राठौर को बुधवार को न्यायालय में पेश किया गया. जहां पर न्यायालय ने उन्हें 15 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया है.
वहीं देवकीनंदन राठौर की जमानत अर्जी पर गुरुवार को सुनवाई होगी. जानकारी के मुताबिक सांगोद नगर पालिका चेयरमैन देवकीनंदन राठौर ने एससी एसटी एक्ट में दर्ज हुए मामले के बाद सरेंडर किया था. जिसके बाद पुलिस ने उन्हें तुरंत गिरफ्तार कर लिया.
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बता दें कि मुर्दा मवेशी ठेकेदार राजकुमार वाल्मीकि के साथ सांगोद नगर पालिका चेयरमैन देवकीनंदन राठौर ने मारपीट और गाली-गलौज कर दी थी. वहां पर खड़े हुए लोगों ने मारपीट करते हुए राठौर का वीडियो बना लिया. जो कि सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था. इस मामले में सांगोद थाने में एससी एसटी एक्ट और मारपीट के साथ अभद्रता करने का मामला दर्ज हो गया था.
इसी क्रम में व्यापार संघ सांगोद ने पूरे कस्बे को बंद रखा और नगर पालिका चेयरमैन देवकीनंदन राठौर की गिरफ्तारी का विरोध किया है. साथ ही उन्होंने एसडीम को ज्ञापन भी दिया है. जिसमें मुर्दा मवेशी ठेकेदार राजकुमार के खिलाफ भी पशु क्रूरता अधिनियम के तहत कार्रवाई की मांग की है.