कोटा. सांगोद के विधायक भरत सिंह लंबे समय से खनन एवं गोपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया पर निशाना साधते आए हैं. उन्हें पूरे प्रदेश में हो रहे अवैध खनन के लिए जिम्मेदार बताते हैं. साथ ही उन्होंने भारत के नियंत्रक महालेखा परीक्षक (कैग) की रिपोर्ट को लेकर भी खनन मंत्री पर निशाना साधा है. अपनी पार्टी को निशाने पर लेते हुए भरत सिंह ने कहा कि विधानसभा में वह गृह विभाग की चर्चा में अवैध खनन का मुद्दा उठाना चाहते थे. साथ ही कर कटौती के प्रस्ताव भी लगाए थे, लेकिन पार्टी ने उन्हें बोलने नहीं दिया.
भरत सिंह ने इस संबंध में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भेजे पत्र में यह भी कहा है कि कैग की रिपोर्ट पर ध्यान दिया जाए. प्रदेश में अवैध खनन नई बात नहीं है. पूरा प्रदेश जानता है कि खनन विभाग में भ्रष्टाचार की गंगा कहां से बह रही है. प्रदेश के खनिज मंत्री ही इसकी गंगोत्री हैं. इस भ्रष्ट मंत्री को कृपया पद से मुक्त करें. मंत्री ने आपके जीरो भ्रष्टाचार के नारे को खोखला साबित कर दिया है. अवैध खनन नहीं, खुलेआम लूट हो रही है.
पढ़ें: CAG Audit report revelations: राजस्थान में 1 अरब 11 करोड़ का हुआ अवैध खनन, पढ़ें पूरी रिपोर्ट
आपको बता दें कि विधायक भरत सिंह ने मंगलवार को विधानसभा में गृह विभाग की चर्चा के दौरान बोलने के लिए अपनी पार्टी कांग्रेस से समय मांगा था. भरत सिंह प्रदेश में पुलिस की मिलीभगत से अवैध खनन होने से उत्पन्न स्थिति के संबंध में चर्चा करना चाह रहे थे. भरत सिंह एक मुद्दा और उठाना चाह रहे थे. जिसमें भ्रष्टाचार करते हुए पकड़े गए अधिकारियों के फोटो के कटआउट बनाकर उनके शासन सचिवालय और जिला कलेक्ट्रेट में लगाने की मांग करने वाले थे. इसके साथ ही प्रदेश में पहले माफिया राज का मुद्दा भी वे विधानसभा में उठाने वाले थे. हालांकि भरत सिंह का कहना है कि उन्हें पार्टी ने बोलने ही नहीं दिया.