कोटा. संभाग के सबसे बड़े महाराव भीमसिंह चिकित्सालय में बीते कई दिनों से बिजली की समस्या चली आ रही है. कई बार यहां पर बिजली की लाइनों में फाल्ट आ जाते हैं. जिसके चलते बिजली गुल हो जाती है. इसके कारण मरीजों की जान पर बन आती है. ऐसा ही रविवार रात के बाद सोमवार देर रात को फिर हुआ. जब केबल में फॉल्ट होने से आग लग गई और इसके चलते इमरजेंसी विभाग की बिजली गुल हो गई.
गंभीर हो गई थी स्थितिः लाइट जाने से स्थिति काफी गंभीर हो गई थी. वहां वार्ड में लगे वेंटिलेटर पर 3 से 4 मरीज को आनन-फानन दूसरी जगह शिफ्ट किया गया. साथ ही अस्पताल के अधीक्षक डॉ. धर्मराज मीणा भी मौके पर पहुंचे और उन्होंने भी अस्पताल कार्मिकों को बिजली तुरंत दुरुस्त करवाने के लिए निर्देशित कियाा. इस दौरान कई घंटों तक इमरजेंसी मेडिसिन की बिजली गुल रही.
ये भी पढ़ेंः Fire In Supply Box : सप्लाई बॉक्स में आग से बिजली गुल, SMS अस्पताल के आईसीयू में डेढ़ घंटे मरीजों की अटकी सांसे
लगातार दूसरी रात किया गया मरीजों को शिफ्टः अस्पताल में रविवार रात 2:00 बजे के आसपास बिजली गुल होने की समस्या आई थी. जिसमें इलेक्ट्रिक पैनल में फॉल्ट आने के चलते बिजली गायब हो गई थी. जिसे दुरुस्त होने में करीब डेढ़ घंटा लग गया था. ऐसे में जो मरीज वेंटिलेटर पर थे, उन्हें सर्जिकल इमरजेंसी वार्ड में शिफ्ट किया गया था. इसके साथ ही सोमवार को भी इसी तरह की समस्या सामने आई. इनमें मरीज इंदिरा बाई, पांची बाई और हरिशंकर को शिफ्ट किया गया. इनके परिजनों ने आक्रोश भी अस्पताल प्रबंधन के सामने दिखाया. उनका कहना था कि मरीजों को लगातार दो बार शिफ्ट किया गया है.
बेहाल रहे मरीज और तीमारदारः इसके पहले अस्पताल प्रबंधन ने बिजली की व्यवस्था को दुरुस्त नहीं किया. ऐसे में वेंटिलेटर पर मौजूद उनके मरीजों की जान भी जा सकती है. दूसरी तरफ बिजली नहीं आने के चलते मरीज और तीमारदार इन वार्डों में बेहाल रहे. मरीज के परिजन हाथ के पंखे से हवा करते नजर आए. पूरे मामले पर अधीक्षक डॉ. मीणा ने सफाई देते हुए कहा है कि रविवार रात को भी केबल बदलाई गई थी, लेकिन दोबारा फाल्ट सोमवार को हो गया. सार्वजनिक निर्माण विभाग के इलेक्ट्रिकल अभियंताओं से पूरी लाइन का निरीक्षण करवाकर स्थाई समाधान किया जाएगा, ताकि मरीजों को कोई परेशानी नहीं है.