इटावा (कोटा). कोटा बैराज से दाई ओर से जाने वाली मुख्य नहर में जल प्रवाह शुरू होने के बाद किसान से काफी खुश थे. वहीं किसानों को उम्मीद थी कि इस बार रबी की फसल अच्छी रहेगी और खर्च भी कम आएगा. लेकिन सीएडी विभाग की लापरवाही के चलते नहरों में जलप्रवाह काफी कम मात्रा में होने के कारण किसानों की खुशियों के अरमान खाक होते नजर आ रहे हैं और महंगा डीजल जलाकर किसान खेतों में पिलावा करने को मजबूर हैं.
सीएडी विभाग द्वारा नहरों की समय पर सफाई नहीं होने के चलते नहरों के अंतिम छोर में पानी नहीं पहुचने से किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. साथ ही मजबूरन नहरों में ओढ़े लगाकर महंगा डीजल जलाकर इंजन से पानी लेने की भी मजबूरी है.
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उजाड़ क्षेत्र के किसान मेहबूब रंगरेज और मुकेश कुमार मीणा ने बताया कि इस बार सीएडी विभाग अधिकारियों की उदासीनता के चलते टैल में समय पर नहरों की सफाई नहीं होने और समय पर रोटेशन प्रणाली वहीं होने के चलते पानी नहीं पहुंचा है. ऐसे में किसान महंगे डीजल जलाकर पंपों से पानी पिलाने को मजबूर हैं. यदि आगामी 15 नवंबर तक नहरों के अंतिम छोर में पानी नहीं पहुंचा तो आंदोलन करने पर मजबूर होना पड़ेगा.