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कोटा में जारी है मौसमी बीमारियों का कहर, अस्पताल में अव्यवस्थाओं से मरीज परेशान

कोटा न्यू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इन दिनों मरीजों की संख्या बढ़ने से अस्पताल अव्यवस्थाओं का शिकार होता जा रहा है. आउटडोर पर्ची काउंटर से लेकर के मेडिसिन विभाग में मरीजों की सैकड़ों की तादात में लाइन देखी जा रही है. वहीं भर्ती मरीजों में भी अस्पताल में मेडिसिन विभाग में बेडों की कमी के चलते मरीजों को भर्ती कर बेंच व जमीन पर ही लिटाया जा रहा है.

Medical College Hospital Kota, मेडिकल कॉलेज अस्पताल कोटा
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Published : Nov 2, 2019, 3:30 PM IST

कोटा. दीपावली का पर्व खत्म होते ही मौसम में परिवर्तन के साथ ही मरीजों की तादाद बढ़ गई है. ऐसे में मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सैकड़ों मरीज पहुंच रहे हैं. पर्ची काउंटर से लेकर के डॉक्टर को दिखाने तक और अस्पताल में भर्ती होने तक सैकड़ों मरीजों की तादाद बढ़ रही है.

कोटा में जारी है मौसमी बीमारियों का कहर

वहीं मरीजों ने बताया कि घंटों लाइनों में खड़े रहने के बाद भी नंबर नहीं आ पा रहा है. इसके चलते ही भर्ती मरीजों ने बताया कि बेड की कमी के चलते जमीन पर लेटाया जा रहा है वही बच्चा वार्ड में एक बेड पर दो दो बच्चे भर्ती किए हुए हैं जिससे एक दूसरे में संक्रमण फैलने का पूरा खतरा बना रहता है.

पढ़ें- जयपुर एयरपोर्ट के पोर्च एरिया में वाहन रोकना पड़ेगा भारी, 3 मिनट से ज्यादा रोका तो पार्किंग शुल्क का 4 गुना देना होगा चालान

मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष ने बताया कि ज्यादातर मरीज मलेरिया, स्क्रब टायफस और डेंगू के आ रहे हैं जिससे मरीजों को तादाद बढ़ने से बैंचो पर भर्ती किया जा रहा है वहीं उन्होंने बताया कि इसके रोकथाम के लिए शरीर को ढक कर रखें और घरों के आसपास साफ पानी जमा नहीं होने दे जिससे मच्छर पनपे नहीं ज्यादातर बीमारियां मच्छर के काटने से वायरल हो रहा है. अस्पतालों मरीजो की भीड़ के चलते मरीजो को काफी परेशानिया देखने को मिल रही है. मेडिसिन के दो यूनिट होने के बावजूद मरीजो को बेड तक नहीं मिल पा रहे है.

कोटा. दीपावली का पर्व खत्म होते ही मौसम में परिवर्तन के साथ ही मरीजों की तादाद बढ़ गई है. ऐसे में मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सैकड़ों मरीज पहुंच रहे हैं. पर्ची काउंटर से लेकर के डॉक्टर को दिखाने तक और अस्पताल में भर्ती होने तक सैकड़ों मरीजों की तादाद बढ़ रही है.

कोटा में जारी है मौसमी बीमारियों का कहर

वहीं मरीजों ने बताया कि घंटों लाइनों में खड़े रहने के बाद भी नंबर नहीं आ पा रहा है. इसके चलते ही भर्ती मरीजों ने बताया कि बेड की कमी के चलते जमीन पर लेटाया जा रहा है वही बच्चा वार्ड में एक बेड पर दो दो बच्चे भर्ती किए हुए हैं जिससे एक दूसरे में संक्रमण फैलने का पूरा खतरा बना रहता है.

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मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष ने बताया कि ज्यादातर मरीज मलेरिया, स्क्रब टायफस और डेंगू के आ रहे हैं जिससे मरीजों को तादाद बढ़ने से बैंचो पर भर्ती किया जा रहा है वहीं उन्होंने बताया कि इसके रोकथाम के लिए शरीर को ढक कर रखें और घरों के आसपास साफ पानी जमा नहीं होने दे जिससे मच्छर पनपे नहीं ज्यादातर बीमारियां मच्छर के काटने से वायरल हो रहा है. अस्पतालों मरीजो की भीड़ के चलते मरीजो को काफी परेशानिया देखने को मिल रही है. मेडिसिन के दो यूनिट होने के बावजूद मरीजो को बेड तक नहीं मिल पा रहे है.

Intro:मेडिकल अस्पताल में इन दिनों मौसमी बीमारियों के चलते सेकड़ो मरीज पहुच रहे है।जिससे अस्पताल अवेवस्थाओ का शिकार हो रहा है।एक्पर्ट कहते हैं घर के आस पास पानी जमा ना होने दे।शरीर को ढककर रखे।

कोटा न्यू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इन दिनों मरीजों की तादाद बढ़ने से अव्यवस्थाओं का शिकार होता जा रहा है आउटडोर पर्ची काउंटर से लेकर के मेडिसिन विभाग में मरीजों की सैकड़ों की तादात में लाइन देखी जा रही है वही भर्ती मरीजों में भी अस्पताल में मेडिसिन विभाग में बेडो की कमी के चलते मरीजों को बेंच पर व जमीन पर लेटा कर भर्ती किया जा रहा है इसके साथ ही बच्चा वार्ड में भी एक बेड पर दो दो बच्चे भर्ती किए हुए हैं।

Body:दीपावली का सीजन खत्म होते ही मौसम परिवर्तन के साथ ही मरीजों की तादाद बढ़ गई है ऐसे में मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सैकड़ों मरीज पहुंच रहे हैं पर्ची काउंटर से लेकर के डॉक्टर को दिखाने तक और अस्पताल में भर्ती होने तक सैकड़ों मरीजों की तादाद बढ़ रही है वहीं मरीजों ने बताया कि घंटों लाइनों में खड़े रहने के बाद भी नंबर नहीं आ पा रहा है इसके चलते ही भर्ती मरीजों ने बताया कि बेड की कमी के चलते जमीन पर लेटाया जा रहा है वही बच्चा वार्ड में एक बेड पर दो दो बच्चे भर्ती किए हुए हैं जिससे एक दूसरे में संक्रमण फैलने का पूरा खतरा बना रहता है। मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष ने बताया कि ज्यादातर मरीज मलेरिया, स्क्रब टायफस और डेंगू के आ रहे हैं जिससे मरीजों को तादाद बढ़ने से बैंचो पर भर्ती किया जा रहा है वहीं उन्होंने बताया कि इसके रोकथाम के लिए शरीर को ढक कर रखें और घरों के आसपास साफ पानी जमा नहीं होने दे जिससे मच्छर पनपे नहीं ज्यादातर बीमारियां मच्छर के काटने से वायरल हो रहा है।
Conclusion:अस्पतालों मरीजो की भीड़ के चलते मरीजो को काफी परेशानिया देखने को मिल रही है।मेडिसिन के दो यूनिट होने के बावजूद मरीजो को बेड तक नही मिल पा रहे है।
बाईट-रुक्मणी बाई, मरीज
बाईट- कमला देवी, मरीज
बाईट-पूरनमल सुमन, परिजन
बाईट-डॉ.यस.जैलिया, विभागाध्यक्ष, मेडिसिन विभाग


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